Tricity Today | Residents of greater noida west demonstrate against liquor shop
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गुरुद्वारे के निकट 100 मीटर दूरी पर शराब की दुकान खोल दी गई है। ठेका खोलने के लिए गाजियाबाद जिला प्रशासन ने लाइसेंस जारी किया है। इस अनुमति के विरोध में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। लेकिन गाजियाबाद प्रशासन द्वारा कोई कदम न उठाने पर लोग गुस्से में हैं। लोगों ने रविवार को फिर प्रदर्शन किया है। इनका सवाल है कि क्या गाजियाबाद में कोई हमारी बात सुनने वाला है?
क्रॉसिंग रिपब्लिक और गौर सिटी के बीच गाजियाबाद में गौतमबुद्ध नगर की सीमा पर करीब 2 महीने पहले एक शराब का ठेका खोला गया है। यह शराब का ठेका यहां गुरुद्वारे से महज 100 मीटर की दूरी पर है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ग्रेटर नोएडा वेस्ट गौड सिटी, गाजियाबाद गुरुद्वारा सिख प्रबंधक कमेटी, खालसा हेल्प गाजियाबाद और स्थानीय निवासियों ने शराब की दुकान के बाहर प्रदर्शन किया। इन लोगों ने गाजियाबाद नगर निगम के विरूद्ध नारे लगाए। विरोध प्रदर्शन का पंद्रहवां दिन है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने निर्णय लिया है कि यदि शराब की दुकान शीघ्र बंद न की गई तो आंदोलन का विस्तार नगर स्तर पर किया जायेगा।
गुरुद्वारा कमेटी के सदस्य आरएस उप्पल ने बताया कि प्रदर्शन में खालसा हेल्प के प्रमुख गुरप्रीत सिंह रम्मी, आरके सोढ़ी और अन्य ने भाग लिया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से प्रदर्शन में सुरिंदर सिंह, एडवोकेट जसप्रीत सिंह, जसपाल सिंह, दीपिंदर सिंह आदि उपस्थित रहे। आरएस उप्पल का कहना है कि गाजियाबाद जिला प्रशासन और नगर निगम ने कोई नियम कायदे का पालन नहीं किया है। यहां धर्म स्थल से महज सौ मीटर की दूरी पर ठेके को मंजूरी दे दी है। जिसकी वजह से सुबह-शाम आने वाली संगत को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एडवोकेट जसप्रीत सिंह ने कहा कि नगर निगम और जिला प्रशासन हमारी बात सुनने के लिए तैयार नहीं है। कई बार गाजियाबाद के जिलाधिकारी और गाजियाबाद नगर निगम के म्युनिसिपल कमिश्नर को लिखित में आवेदन किया जा चुका है। करीब 2 महीने से यहां लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। यह गुरुद्वारा और शराब का ठेका गौतमबुध नगर और गाजियाबाद के बॉर्डर पर हैं। यहां ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गौर सिटी के ठीक पीछे गुरुद्वारा है। गुरुद्वारे से महज 100 मीटर की दूरी पर गाजियाबाद जिला प्रशासन ने ठेके का लाइसेंस जारी कर दिया है। इसके विरोध में करीब 2 महीने से गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और स्थानीय निवासी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।