Tricity Today | नोएडा सेक्टर-8 में ड्रोन से सैनिटाइजेशन करते हुए
नोएडा शहर में पहली बार गुरुवार को सेनिटाइजेशन के लिए ड्रोन का उपयोग किया गया है। शहर के औद्योगिक इलाके सेक्टर-8 में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला था। गुरुवार को प्रशासन ने इलाके को सेनिटाइज किया। इसके लिए पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि झुग्गी बस्ती के भीतर का रास्ता बेहद संकरा होने के कारण गाड़ियों से सेनिटाइजेशन करना संभव नहीं है।
आपको बता दें कि बीते शनिवार को सेक्टर-5 में झारखंड से आया एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। जांच में पता चला कि वह सेक्टर-5 और सेक्टर-8 की झुग्गी बस्तियों में लगभग 200 लोगों के संपर्क में आया था। मंगलवार की रात जिला प्रशासन ने यहां के संभावित कोरोना संदिग्ध 200 लोगों को क्वारंटाइन किया था।
बुधवार की रात गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने जिले में 22 हॉट स्पॉट को सील किया है। इनमें से एक हॉट स्पॉट नोएडा का सेक्टर-5 और सेक्टर-8 का स्लम एरिया भी है। सभी हॉटस्पॉट को सैनिटाइज किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि स्लम एरिया बहुत कन्जेस्टेड है और वहां फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को या नोएडा विकास प्राधिकरण के टैंकरों को ले जाना संभव नहीं हो पाएगा। इस कारण इन झुग्गी झोपड़ियों और पूरे इलाके को ड्रोन की मदद से सटाई किया जा रहा है।
गुरुवार को सेक्टर-8 की झुग्गी बस्ती को सेनिटाइज करने का काम शुरू किया गया। गलियां बेहद संकरी होने के कारण पूरी बस्ती में मशीनों से सेनिटाइजेशन का काम संभव नहीं था। इसके लिए शहर में सेनिटाइजेशन के लिए पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है।
मौके पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ने बताया कि ड्रोन की सहायता से पूरे इलाके को प्रभावी ढंग से सेनिटाइज किया जा रहा है। गलियों में गाड़ियां ले जाने का कोई जरिया नहीं है। ऐसे में सेनिटाइजेशन का काम संभव नहीं था। ड्रोन न सिर्फ घरों की छतों पर, बल्कि संकरी गलियों में भी आसानी से घूमकर पूरे इलाके को सेनिटाइज किया है। इस दौरान मौके पर सुरक्षा के लिए पुलिस बल को भी तैनात किया गया था।