Tricity Today | फैक्ट्री में आग लगने के मामले ने एसएसपी ने मोदीनगर का एसएचओ सस्पेंड किया
गाजियाबाद की मोदीनगर तहसील के अंतर्गत बखरवा गांव में रविवार को एक फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था। इस हादसे में 8 लोगों की जान चली गई थी। यह फैक्ट्री मोमबत्ती के निर्माण में अवैध रूप से विस्फोटक का इस्तेमाल कर रही थी। मामले में गाजियाबाद के एसपी देहात नीरज कुमार जादौन ने अपनी जांच रिपोर्ट वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी को सौंप दी है। जिसके आधार पर एसएसपी ने मोदीनगर के एसएचओ वेदपाल सिंह पुंडीर को सस्पेंड कर दिया है। दूसरी ओर इस अवैध फैक्ट्री का संचालन करने वाले मालिक को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
रविवार को बखरवा गांव में बड़ा हादसा हुआ था। वहां मोमबत्ती बनाने वाली फैक्ट्री में जोरदार धमाका हुआ। पूरी फैक्ट्री ध्वस्त हो गई थी। इस हादसे में 7 महिलाएं और एक पुरुष मारे गए थे। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय चौकी प्रभारी को गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने निलंबित कर दिया था। पूरे मामले की जांच करने का आदेश एसपी देहात को दिया गया था। एसपी देहात ने सोमवार को अपनी जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी है।
एसपी देहात की रिपोर्ट में खुलासा, एसएचओ को फैक्ट्री की जानकारी थी
एसपी देहात नीरज कुमार यादव ने अपनी जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी है। जिसमें उन्होंने बताया है कि मोदीनगर के एसएचओ वेदपाल पुंडीर को बखरवा गांव में अवैध रूप से मोमबत्ती बनाने में विस्फोटक का इस्तेमाल कर रही फैक्ट्री के बारे में पूरी जानकारी थी। फैक्ट्री को लेकर स्थानीय लोगों और किसी कर्मचारी ने शिकायत भी की थी। इस शिकायत पर वेदपाल पुंडीर ने कोई कार्रवाई नहीं की। अपने काम में लापरवाही बरती। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ और 8 लोगों की जान चली गई है। एसपी देहात ने वेदपाल सिंह पुंडीर के खिलाफ कठोर विभागीय कार्रवाई करने की सिफारिश की थी। रिपोर्ट मिलने के बाद एसएसपी ने वेदपाल सिंह पुंडीर को सस्पेंड कर दिया है। इंस्पेक्टर के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया गया है।
एसएसपी ने जिले के दो थानों में किया बदलाव
मोदीनगर के एसएचओ वेदपाल सिंह पुंडीर को सस्पेंड कर दिया गया है। उनके स्थान पर अब निवाड़ी थाने के प्रभारी जयकरण सिंह को मोदीनगर का एसएचओ बनाकर भेजा गया है। दूसरी ओर निवाड़ी थाने की जिम्मेदारी मोदीनगर कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर महेंद्र कुमार सिंह को सौंपी गई है। गाजियाबाद के एसएसपी ने सभी थानाध्यक्षों को आदेश दिया है कि अपने-अपने इलाके में सघन रूप से यह तस्दीक कर लें कि इस तरह की फैक्ट्रियां संचालित में हो रही हों। अगर किसी भी इलाके में अवैध फैक्ट्रियों का संचालन पकड़ा गया तो वहां के जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अवैध फैक्ट्री का संचालन करने वाला पुलिस ने गिरफ्तार किया
इस अवैध फैक्ट्री का संचालन कर रहे नितिन चौधरी को पुलिस ने सोमवार की दोपहर गिरफ्तार कर लिया है। फैक्ट्री संचालक की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी कलानिधि नैथानी ने स्पेशल टीम का गठन किया था। पुलिस ने बताया कि हादसे के महज 18 घंटों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने नितिन चौधरी को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे जेल भेज दिया है।
मृतकों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपए मुआवजा
रविवार को हादसे के बाद गाजियाबाद के जिलाधिकारी डॉ जय शंकर पांडे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी घटनास्थल पर पहुंचे थे। वहां जिलाधिकारी ने मृतक आश्रितों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी। जिसके बाद मृतकों के परिजनों और ग्रामीणों ने हंगामा किया और मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग की थी। इसे लेकर गांव वालों ने डीएम और एसएसपी का घेराव भी किया था। इसके बाद डीएम ने शासन से बात की और मुआवजा राशि बढ़ाकर चार-चार लाख रुपये कर दी गई है। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने बताया कि मृतक आश्रितों को मुआवजा राशि दे दी गई है। दूसरी ओर इस हादसे में घायल होने वाले लोगों का इलाज निशुल्क किया जा रहा है।