Google Image | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद में हुए सामूहिक रेप कांड में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है। राज्य के गृह सचिव की अगुवाई में ये एसआईटी इस सामूहिक बलात्कार मामले की जांच करेगी। एसआईटी सात दिनों में मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपेगी। घटना 14 सितंबर सुबह की है।
हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र में बूलगढ़ी गांव में चार लोगों खेत में चारा काट रही एक युवती के साथ रेप किया था। युवती को अधमरी हालत में छोड़ कर चारों नामजद मौके से फरार हो गए थे। युवती को पहले नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में रेफर किया गया। पीड़िता 15 दिनों तक जिंदगी के लिए जंग लड़ती रही। पर इलाज के दौरान मंगलवार रात पीडिता ने दम तोड़ दिया।
इसके बाद से ही उत्तर प्रदेश सरकार विपक्षियों के निशाने पर है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सुश्री मायावती, कांग्रेस की प्रदेश कमान संभाल रहीं प्रियंका गांधी और आम आदमी पार्टी के नेता मामले के खिलाफ खुलेआम मोर्चा खोले हुए हैं। मंगलवार को प्रदेश में कई जगहों पर कैंडल मार्च निकाला गया और मौन रहकर पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग की गई। सोशल मीडिया पर भी मामले को लेकर प्रदेश प्रशासन और सरकार की खूब फजीहत हो रही है।
मामले की गंभीरता को समझते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक एसआईटी का गठन कर दिया है। एसआईटी सात दिनों में मामले की निष्पक्ष जांच कर अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपेगी।