Social Media | सुदीक्षा भाटी
सुदीक्षा भाटी मामला ज्यादा हाईलाइट होने के बाद मंलवार की देर रात को बुलंदशहर के एसएसपी ने सीओ सिटी दीक्षा सिंह को तीन सदस्यों की एसआईटी टीम का गठन कर के नेतृत्व की जिम्मेदारी दी है। सीओ सिटी दीक्षा सुदीक्षा भाटी मामला की जांच सौंपी गई है। अब सुदीक्षा भाटी मौत मामले की जांच एसआईटी टीम करेंगी। इसके अलावा मंगलवार की रात को बुलंदशहर पुलिस ने उस बुलेट बाइक की पहचान कर ली है। जिससे सुदीक्षा भाटी की बाइक की टक्कर हुई है।
सुदीक्षा भाटी के छोटे भाई ने सोमवार को हादसे के बाद बताया था कि यूपी-13 रजिस्ट्रेशन नंबर की बुलेट मोटरसाइकिल की वजह से उनका एक्सीडेंट हुआ है। इस मोटरसाइकिल पर सवार ने अचानक ब्रेक लगा दिए थे। मोटरसाइकिल पर जाट भी लिखा हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने बुलेट की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस ने बुलंदशहर के सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी के कार्यालय से बुलंदशहर में रजिस्टर्ड तमाम बुलेट मोटरसाइकिल का डाटा भी निकलवाया है। मंगलवार की देर शाम को बुलेट की पहचान कर ली गई है। वही बुलंदशहर पुलिस ने थाने में 16 बुलेट बाइक मालिकों को बुलाया है।
दादरी क्षेत्र के डेरी स्केनर गांव की मेधावी छात्रा सुदीक्षा भाटी की सोमवार को हादसे में मौत हो गई थी। मंगलवार की सुबह सुदीक्षा के परिजनों ने बताया कि उसके साथ बुलेट बाइक सवार दो लोगों ने छेड़छाड़ की थी। इसी दौरान सुदीक्षा और उसके चाचा हादसे का शिकार हुए। इस मामले में बुलंदशहर जिला प्रशासन और पुलिस ने कहा है कि सुदीक्षा के साथ उसके चाचा नहीं थे। सुदीक्षा अपने नाबालिग भाई के साथ सिकंदराबाद मामा के घर जा रही थी। इनके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई थी। सामान्य से ट्रैफिक ज्यादा होने के कारण इनकी बाइक एक बुलेट मोटरसाइकिल से टकराई। जिसमें सुदीक्षा सड़क पर गिरी और उसे चोट लगी। स्थानीय लोगों ने सुदीक्षा के भाई की मदद की और अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां सुदीक्षा की मौत हो गई।
मंगलवार की सुबह सुदीक्षा के चाचा सतेंद्र भाटी ने डेरी स्केनर गांव में मीडिया को बयान दिया। सतेंद्र भाटी ने कहा, वह अपनी भतीजी को लेकर जा रहे थे। औरंगाबाद गांव के पास बुलेट सवार दो लोगों ने छेड़छाड़ की। इसी दौरान उनका संतुलन बिगड़ गया और हादसा हो गया। इस हादसे में सुदीक्षा की मौत हो गई। सतेंद्र भाटी की ओर से यह बयान आने के बाद तमाम विपक्षी दल सरकार पर टूट पड़े। राज्य में कानून-व्यवस्था खराब होने के लिए जमकर पुलिस-प्रशासन और सरकार को कोसा गया। लेकिन जैसे ही मामला राजनीतिक मोड़ लेता दिखाई दिया, बुलंदशहर के जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस प्रमुख ने इतनी साफ करने के लिए बयान जारी किए हैं।
बुलंदशहर पुलिस ने लड़की के चाचा सतेंद्र भाटी के बयान को गलत ठहराया है। दरअसल, सतेंद्र भाटी ने दावा किया था कि उन्हें बुलेट बाइक पर सवार दो लोगों ने परेशान किया था। दूसरी ओर अधिकारियों ने कहा कि सुदीक्षा अपने छोटे नाबालिग भाई के साथ दोपहिया वाहन की सवारी कर रही थी। उसकी मोटर साइकिल एक अन्य बाइक से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। ऐसा अचानक यातायात के बढ़ने के कारण हुआ। एक बाइक उनके आगे आकर रुकी, जिससे यह लोग टकरा गए।
पुलिस ने सुदीक्षा के छोटे भाई का एक वीडियो स्टेटमेंट ट्वीट किया है। जिसमें वह पूरी घटना के बारे में जानकारी दे रहा है। वह कह रहा है कि अपनी बहन के साथ आ रहा था। उसने बहन से पूछा कि पहले स्कूल जाना है या मामा के घर चलना है। इस पर पहले तय हुआ कि मामा के घर जाएंगे। जब हम लोग यहां आए तो औरंगाबाद गांव के पास अचानक सामने चल रही बाइक ने ब्रेक लगा दिए। जिसकी वजह से हम लोगों से टकरा गए। इसमें सुदीक्षा को चोट लगी। उसे अस्पताल लेकर गए और उसकी मौत हो गई।