Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
उत्तर प्रदेश विधानसभा की सात सीटों के लिए हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) ने छह सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) तीन, कांग्रेस दो और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj arty) एक सीट पर दूसरे स्थान पर रही है। राज्य में मंगलवार को हुई मतगणना के बाद बागंरमउ से कांग्रेस प्रत्याशी आरती बाजपेयी और घाटमपुर से कृपाशंकर दूसरे स्थान पर रहे हैं। इन दोनों स्थानों पर भाजपा के प्रत्याशी चुनाव जीते हैं।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने बुधवार को कहा, ''प्रदेश के मतदाताओं का झुकाव कांग्रेस की तरफ दिख रहा है। हम दो सीटों पर नंबर दो पर रहे हैं, जबकि बसपा केवल बुलंदशहर में दूसरे नंबर पर रही है। सपा के तीन प्रत्याशी जावेद अब्बास (नौगांव सादात), महाराज सिंह डांगर (टुंडला) और ब्रह्मशंकर त्रिपाठी (देवरिया) नंबर दो पर रहे हैं ।''
इन उप चुनाव में कांग्रेस का मत प्रतिशत 7.53, भाजपा का मत प्रतिशत 36.73, सपा का मत प्रतिशत 23.61 और बसपा का मत प्रतिशत 18.97 रहा है। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी ने बुलंदशहर सीट से मोहम्मद यामीन को अपना उम्मीदवार बनाया था और उन्हें 6.69 प्रतिशत मत मिलें हैं। मतलब साफ़ है कि आजाद समाज पार्टी यहां बहुजन समाज पार्टी को बड़ा
अपने परिजनों के निधन के बाद रिक्त हुई सीट पर चुनाव में उतरे कुछ उम्मीदवारों को सहानुभूति की लहर से मदद मिली। पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं क्रिकेटर चेतन चौहान की पत्नी संगीता चौहान नौगांव सादात से चुनाव जीत गयी हैं। इसी तरह बुलंदशहर से उषा सिरोही चुनाव जीत गयी है। यह सीट पूर्व विधायक और उनके पति वीरेंद्र सिंह सिरोही की थी। सपा के उम्मीदवार लकी यादव मल्हनी सीट पर चुनाव जीत गये हैं। यह सीट उनके पिता एवं पूर्व विधायक पारस नाथ यादव के निधन के बाद खाली हुई थी ।
इस मामले में भाजपा के पूर्व विधायक जनमेजय सिंह के पुत्र अजय प्रताप सिंह की किस्मत अच्छी नहीं रही। उनके पिता के निधन के बाद वह देवरिया सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े थे, लेकिन वह भाजपा उम्मीदवार से चुनाव हार गये। चुनाव परिणामों के बाद मंगलवार शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप चुनाव के परिणाम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रेय देते हुए सरकार के कार्यों और संगठन की मेहनत की चर्चा करते हुए मतदाताओं के प्रति आभार जताया।
परिणाम के बाद योगी ने ट़वीट किया था '' प्रदेश के साथ-साथ देश के भीतर हुए चुनावों के यह सुखद परिणाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोक कल्याण, गरीब कल्याण, राष्ट्रीय सुरक्षा, वैश्विक मंच पर भारत को प्रदान की जा रही प्रतिष्ठा और जनहित में किये गये कार्यक्रमों के प्रति जनविश्वास का प्रतीक है।'' योगी ने मीडिया से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष, दोनों उप मुख्यमंत्रियों, संगठन महामंत्री और प्रदेश सरकार के मंत्रियों, संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के योगदान के लिए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि एक बार फिर यह बात सिद्ध हो गयी कि ''मोदी है तो मुमकिन है''।
उन्होंने कहा कि ये परिणाम आने वाले चुनाव का संकेत हैं। योगी ने इस बात पर संतोष जताया कि 2017 में भाजपा के पक्ष में जो जनादेश मिला, उसे मतदाताओं ने बनाए रखा है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गत दिनों सरकारी तंत्र के दुरुपयोग का आरेाप लगाते हुए कहा कि उप चुनाव में धांधली की गई है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि उनका लक्ष्य 2022 में होने वाला विधानसभा चुनाव है, जिसकी जीत की शुरुआत उप चुनाव से होगी। अखिलेश ने मंगलवार को भी सपा मुख्यालय में कार्यकर्ताओं की बैठक में चुनावों में भाजपा द्वारा साजिश करने का आरोप लगाया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने उपचुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के लिए मतदाताओं का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने मीडिया से कहा कि जनता जर्नादन ने एक बार फिर मोदी-योगी सरकार के कार्यों पर मुहर लगाई है और यह स्पष्ट कर दिया है कि जन-जन का विश्वास भाजपा के साथ है। निर्वाचन आयोग से मंगलवार शाम साढ़े सात बजे प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक बांगरमऊ, देवरिया, टुंडला, बुलंदशहर, नौगांव सादात और घाटमपुर सीटों पर भाजपा को, जबकि मल्हनी सीट पर सपा को जीत मिली है।
मल्हनी सीट पिछले विधानसभा चुनाव में सपा के खाते में गयी थी, बाकी सीटों पर भाजपा का ही कब्जा था। इन उपचुनाव में भी मल्हनी सीट पर सपा का कब्जा बरकरार रहा और बाकी सीटें भाजपा के पास ही रही। तीन नवंबर को सातों सीटों के लिए हुये उपचुनाव में निर्दलीय समेत कुल 88 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें सर्वाधिक 18 प्रत्याशी बुलंदशहर सीट पर थे। जौनपुर जिले की मल्हनी सीट पर 16 उम्मीदवार आमने-सामने थे। अमरोहा जिले की नौगांव-सादात सीट और देवरिया सीट पर 14-14 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। इसके अलावा फिरोजाबाद की टुंडडला और उन्नाव की बांगरमऊ सीट पर 10-10 उम्मीदवार मैदान में थे, जबकि कानपुर की घाटमपुर विधानसभा सीट पर सबसे कम छह उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे।
मंगलवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा उप चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद सदन में भाजपा और सपा की सदस्य संख्या में वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यों वाली विधानसभा में अब भाजपा के 310 और सपा के 49 सदस्य हो गए हैं।