Tricity Today | धीरेंद्र सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की
जेवर में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास उत्तर प्रदेश सरकार सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और ट्रॉमा सेंटर बनाएगी। जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह के इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इस मुद्दे को लेकर धीरेंद्र सिंह ने रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इससे पहले शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह और अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद से मुलाकात की थी।
धीरेंद्र सिंह ने बताया, "जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण जल्दी शुरू हो जाएगा। यमुना एक्सप्रेस वे, पेरीफेरल एक्सप्रेस वे और नेशनल हाईवे यहां से होकर गुजर रहे हैं। जहां अकसर छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं। दुर्घटना के बाद लोगों को ट्रॉमा सेंटर तक पहुंचाना मुश्किल हो जाता है। यहां आस-पास कोई बड़ा सरकारी अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर नहीं है। दूसरी ओर जेवर एयरपोर्ट का निर्माण होते होते यहां बड़े पैमाने पर औद्योगिक गतिविधियां शुरू होंगी।"
धीरेंद्र सिंह ने आगे कहा, "दुनिया भर के कारोबारी और उद्यमी यहां से आवागमन करेंगे। अगले 5 वर्षों में जेवर एयरपोर्ट के इर्द-गिर्द लाखों की संख्या में लोग निवास करने लगेंगे। इन लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता होगी। लिहाजा, एयरपोर्ट शुरू होने से पहले यहां उत्तर प्रदेश सरकार को एक अच्छा अस्पताल स्थापित करने की आवश्यकता है।"
धीरेंद्र सिंह ने बताया, "इस प्रस्ताव को लेकर मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह और अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद से मुलाकात की हैं। मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और अपर मुख्य सचिव ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। शासन की ओर से सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है। जल्दी ही इस परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा। निजी अस्पताल आम आदमी, मध्यमवर्गीय परिवारों, किसानों और यहां के शहरी निवासियों को बुरी तरह लूट रहे हैं। अच्छे सरकारी अस्पताल खुलेंगे तो प्राइवेट अस्पतालों की इस लूट से आम आदमी को मुक्ति मिल जाएगी।"
तीन जिलों को मिलेगा बड़ा फायदा
जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह के इस प्रस्ताव पर अगर यह अस्पताल बन जाता है तो तीन जिलों को बहुत बड़ा फायदा मिलेगा। जेवर एयरपोर्ट के पास जहां यह अस्पताल बनाया जाएगा, वह जगह गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ़ और बुलंदशहर के हजारों गांवों के बीच में है। इन ग्रामीण इलाकों से किसी भी तरह की बड़ी स्वास्थ्य समस्या होने के बाद लोगों को बुलंदशहर, ग्रेटर नोएडा, नोएडा और अलीगढ़ के बड़े सरकारी या निजी अस्पतालों तक पहुंचने के लिए घंटों का सफर तय करना पड़ता है। जेवर एयरपोर्ट के पास बनने वाले इस मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल और ट्रॉमा सेंटर के जरिए इन ग्रामीण इलाकों में बड़ा फायदा मिलेगा। साथ ही साथ यमुना नदी के उस पार हरियाणा के सैकड़ों गांवों को भी यह अस्पताल बड़ा लाभ पहुंचा सकता है।
विधायक ने सरकार को जमीन उपलब्ध करवाने का वादा किया
धीरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने इस अस्पताल के लिए यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण से जमीन उपलब्ध करवाने के लिए कहा है। प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुण वीर सिंह ने अस्पताल के लिए जमीन देने पर सहमति दे दी है। धीरेंद्र सिंह का कहना है, "मैंने शासन को भेजे प्रस्ताव में भी यह उल्लेख किया है कि जमीन स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करवा दी जाएगी। लिहाजा, अस्पताल का निर्माण करने में कोई बड़ी आर्थिक और तकनीकी समस्या नहीं है।
राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना चाहती है सरकार
उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना योगी आदित्यनाथ सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। मुख्यमंत्री निरंतर इस दिशा में काम कर रहे हैं। अभी तक यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के दायरे में कोई बड़ा अस्पताल स्थापित नहीं हुआ है। दूसरी ओर नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने अपने-अपने क्षेत्रों में मल्टीस्पेशलिटी और सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों की स्थापना की है। इसके अलावा दोनों विकास प्राधिकरण ने मेडिकल कॉलेज भी स्थापित किए हैं। लिहाजा, यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को भी इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाना चाहिए।