सुरेंद्र सिंह नागर राज्यसभा के वाइस चेयरपर्सन नियुक्त किए गए

सुरेंद्र सिंह नागर राज्यसभा के वाइस चेयरपर्सन नियुक्त किए गए

सुरेंद्र सिंह नागर राज्यसभा के वाइस चेयरपर्सन नियुक्त किए गए

Tricity Today | सुरेंद्र सिंह नागर राज्यसभा के वाइस चेयरपर्सन नियुक्त किए गए

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर को राज्यसभा का वाइस चेयरपर्सन नियुक्त किया है। वेंकैया नायडू ने बतौर राज्यसभा चेयरमैन संविधान में प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए छह सांसदों को वॉइस चेयरपर्सन नियुक्त किया है। इन सभी वाइस चेयरपर्सन का कार्यकाल शुक्रवार से प्रारंभ हो गया है। चेयरमैन के अग्रिम आदेशों तक यह लोग इस जिम्मेदारी का निर्वहन करते रहेंगे।

राज्यसभा के पार्लियामेंट्री बुलेटिन के मुताबिक शुक्रवार को चेयरमैन ने पैनल ऑफ वाइस चेयरपर्सन को नए सिरे से गठित किया है। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के अध्यक्ष एम वेंकैया नायडू ने सुरेंद्र सिंह नागर समेत छह सांसदों को वाइस चेयरपर्सन नियुक्त किया है। वाइस चेयरपर्सन नियुक्त किए गए सांसदों में भुबनेश्वर कलिता, वंदना चवान, सुखेंदु शेखर राय, सुरेंद्र सिंह नागर, डॉक्टर एल हनुमंथैया, डॉक्टर सस्मित पात्रा शामिल हैं।

भुबनेश्वर कलिता आसाम से भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद निर्विरोध निर्वाचित किए गए हैं। लॉकडाउन पीरियड के दौरान अप्रैल में हुए राज्यसभा चुनाव में वह दोबारा निर्वाचित हुए हैं। इससे पहले भुबनेश्वर कलिता कांग्रेस के आसाम से ही राज्यसभा सांसद थे। अगस्त 2019 में राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त होने के तुरंत बाद उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। वंदना हेमंत चवान महाराष्ट्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की राज्यसभा सांसद हैं। यह उनका दूसरा कार्यकाल है। राजनीति में उन्होंने पुणे की मेयर निर्वाचित होकर करियर की शुरुआत की थी। कांग्रेस के नेता सुरेश कलमाडी उन्हें राजनीति में लेकर आए थे। बाद में वह कांग्रेस छोड़कर एनसीपी में शामिल हो गई थीं।

सुखेंदु शेखर राय पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हैं। अपर हाउस में यह उनका दूसरा कार्यकाल है। एम वेंकैया नायडू ने सुखेंदु शेखर राय को वाइस चेयरपर्सन नियुक्त किया है। सुरेंद्र सिंह नागर उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं। सुरेंद्र सिंह नागर इससे पहले समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। इस साल की शुरुआत में उन्होंने समाजवादी पार्टी और राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था और भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था। भाजपा ने उनके इस्तीफे से खाली हुई सीट पर उन्हें फिर उम्मीदवार बनाया और वह दोबारा जीतकर राज्यसभा पहुंच गए। इससे पहले सुरेंद्र सिंह नगर गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के सांसद रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के उच्च सदन विधान परिषद में भी दो बार एमएलसी रह चुके हैं।

डॉक्टर लंकप्पा हनुमंथैया कर्नाटक से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हैं। वह इसी साल अप्रैल में हुए राज्यसभा चुनाव में जीतकर आए हैं। इससे पहले उन्हें एक लोकप्रिय दलित कवि के रूप में जाना जाता था। डॉ सस्मित पात्रा ओडिशा से राज्यसभा के सांसद हैं। वह बीजू जनता दल के नेता हैं। बीजू जनता दल के राज्यसभा में चीफ व्हिप भी हैं। पिछले साल जून 2019 में हुए राज्यसभा चुनाव में निर्वाचित होकर वह ऊपरी सदन में पहुंचे हैं।

क्या होता है पैनल ऑफ वाइज चेयर पर्सन

उपाध्यक्षों का पैनल बनाने के लिए सभापति समय-समय पर  राज्यसभा के सदस्यों में किन्हीं छह सदस्यों को उपाध्यक्षों के पैनल में नामित करते हैं। जिनमें से कोई भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की अनुपस्थिति में परिषद की अध्यक्षता कर सकता है। एक पैनल के उपाध्यक्ष तब तक पद पर रहते हैं, जब तक कि नया पैनल नामित नहीं किया जाता है। 

क्या होता है इन लोगों का काम

अध्यक्षता करते हुए उपसभापति शक्तियों के तहत सदन का संचालन करते हैं। संविधान के तहत राज्यसभा के सदस्यों की बैठक की अध्यक्षता करने के लिए अध्यक्ष और उपसभापति के समान शक्ति होती हैं। सभापति और उपसभापति की गैर मौजूदगी में पैनल ऑफ चेयर पर्सन सदन की अध्यक्षता करते हैं।

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