नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घर बसाने का सबसे शानदार मौका, पूरे देश में सबसे सस्ते घर, पूरी जानकारी

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घर बसाने का सबसे शानदार मौका, पूरे देश में सबसे सस्ते घर, पूरी जानकारी

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घर बसाने का सबसे शानदार मौका, पूरे देश में सबसे सस्ते घर, पूरी जानकारी

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

इस वक्त देश में सबसे सस्ते घर नोएडा में बिक रहे हैं। इतना ही नहीं नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम में घरों की कीमतें पिछले पांच वर्षों में 7 और 4 प्रतिशत गिर गई हैं। gangaअगर देश के दूसरे शहरों की बात करें तो हैदराबाद में अपार्टमेंट का औसत मूल्य 40 प्रतिशत बढ़कर 5,318 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया है। मुंबई में औसत मूल्य 15 प्रतिशत बढ़कर 9,446 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया है।gangaनोएडा में 4 प्रतिशत गिरावट के साथ यह दर 3,922 रुपये प्रति वर्ग फुट के आसपास हैं। मतलब, उत्तर भारत के प्रोपर्टी बाजार में नोएडा में फ्लैट और अपार्टमेंट सबसे सस्ते हैं।

इस वक्त देश में सबसे सस्ते घर नोएडा में बिक रहे हैं। इतना ही नहीं नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम में घरों की कीमतें पिछले पांच वर्षों में 7 और 4 प्रतिशत गिर गई हैं। आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने में बहुत ज्यादा देरी और कई बड़े डेवलपर्स के दिवालिया होने के कारण यह स्थिति उतपन्न हुई है। एक रियल्टी पोर्टल ने अपनी रिसर्च के आधार पर यह जानकारी प्रकाशित की है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि आम आदमी के नजरिये से यह फायदेमंद है।

बताया गया है कि गुरुग्राम हरियाणा में औसत आवासीय कीमतें मार्च 2015 में प्रचलित दरों से 7 प्रतिशत घटकर 5,236 रुपये प्रति वर्ग फुट रह गई हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के नोएडा में 4 प्रतिशत गिरावट के साथ यह दर 3,922 रुपये प्रति वर्ग फुट के आसपास हैं। मतलब, उत्तर भारत के प्रोपर्टी बाजार में नोएडा में फ्लैट और अपार्टमेंट सबसे सस्ते हैं।

अगर देश के दूसरे शहरों की बात करें तो हैदराबाद में अपार्टमेंट का औसत मूल्य 40 प्रतिशत बढ़कर 5,318 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया है। मुंबई में औसत मूल्य 15 प्रतिशत बढ़कर 9,446 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया है। जबकि, बेंगलुरु में अपार्टमेंट का औसत मूल्य 11 प्रतिशत बढ़कर 5,194 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया है।

अहमदाबाद, चेन्नई, कोलकाता और पुणे में भी आवास की कीमतों में केवल 2-4 प्रतिशत की मामूली वृद्धि हुई है। वेबसाइट ने कहा है कि पिछले पांच वर्षों में भारत के अधिकांश प्रमुख आवासीय बाजारों में संपत्ति के मूल्यों में वृद्धि देखी गई है। वेबसाइट के ग्रुप सीईओ ध्रुव अग्रवाल ने कहा, "भारत के रियल एस्टेट बाजार में चल रही मांग में कमी आई है, जिसके परिणामस्वरूप अधिकांश बाजारों में आवास दरों में केवल नगण्य वृद्धि देखी गई है।"

उन्होंने आगे कहा, "केवल हैदराबाद अपवाद के रूप में खड़ा है। दरअसल, वर्ष 2015 में यह राज्य आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में विभाजित हो गया था। जिससे यहां प्रॉपर्टी की कीमतों में उछाल आया है।" ज्यादातर रियल एस्टेट डेवलपर्स परियोजनाओं को पूरा नहीं कर सके। इस देरी के लिए एनसीआर के प्रोपर्टी बाजारों गुरुग्राम और नोएडा में यह मंदी आई है।

सलाहकार ने कहा कि यह दोनों एनसीआर बाजार नकारात्मक प्रचार की चपेट में हैं। क्योंकि, बड़े पैमाने पर परियोजना में देरी और कुछ मेगा खिलाड़ियों के इन्सॉल्वेंसी रिज़ॉल्यूशन में चले जाने के कारण हालात और ज्यादा खराब हुए हैं।

नोएडा और ग्रेटर नोएडा के प्रोपर्टी बाजार पर पजर रखने वाले एडवोकेट मुकेश शर्मा का कहना है कि इन दोनों शहरों में पहले मांग बहुत ज्यादा थी। जिसके कारण कीमतें बिना वजह बढ़ गई थीं। प्रोपर्टी बाजार में आया तेजी का बुलबुला फूट गया है। इस वक्त जो कीमत हैं, वह बिल्कुल सही हैं। समझदार लोगों के लिए नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घर बसाने का यह सबसे शानदार मौका है।

मुकेश शर्मा आगे कहते हैं कि अब जो लोग यह सोच रहे हैं कि इससे ज्यादा कीमतें गिरेंगी, वह गलत सोच रहे हैं। यह सबसे निचला स्तर है। इसके बाद प्रोपर्टी की कीमतों में उठान आएगा। अब और गिरावट संभव नहीं है। दरअसल, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के प्रोपर्टी बाजार के गिरने के पीछे बिल्डरों का डूबना है। जो डूबने थे, वह डूब चुके हैं। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास होते ही हालात धीरे-धीरे सुरधने लगेंगे।

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