Google Image | बबलू प्रधान
अब अलीगढ़ में एक नया मामला सामने आया है, जो उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए किरकिरी बन गया है। दरअसल, अलीगढ़ पुलिस ने काले तेल के माफिया बबलू प्रधान को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की थी। शातिर बबलू प्रधान पुलिस को गच्चा देकर फरार हो गया। पुलिस उसकी स्कॉर्पियो कार जब्त करके थाने ले आई। हद तो तब हो गई जब बबलू ने थाने से अपनी स्कॉर्पियो कार चोरी कर ली। अब इस मामले में अलीगढ़ पुलिस सफाई दे रही है। पुलिस का कहना है कि बबलू की तलाश जारी है। उसे जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक बबलू प्रधान अलीगढ़ के इगलास थाना क्षेत्र में मोहकमपुर गांव का रहने वाला है। बबलू काले तेल का माफिया है। बबलू के खिलाफ 10 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से कई मामले हत्या के प्रयास में भी दर्ज किए गए हैं। लॉकडाउन से पहले अलीगढ़ पुलिस ने बबलू के काले तेल के गोदाम पर छापा मारा था। वहां से भारी मात्रा में स्प्रिट और काला तेल पकड़ा गया था। इस मामले में बबलू की गिरफ्तारी होनी थी, लेकिन वह फरार हो गया था। अब लॉकडाउन खत्म होने के बाद 24 जुलाई को उसे अलीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
मिली जानकारी के मुताबिक इगलास पुलिस बबलू को गिरफ्तार करके थाने में लेकर आई थी। उससे एक स्कॉर्पियो कार भी जब्त की गई थी। थाने में अचानक बबलू ने पुलिस से अपना हाथ छुड़ाया और दीवार फांद कर फरार हो गया। पुलिस ने उसका पीछा किया लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। इस पूरे मामले में पुलिस की भारी किरकिरी तब हुई, जब थोड़ी देर बाद बबलू थाने वापस आया और अपनी स्कॉर्पियो कार लेकर भी भाग गया। इस घटना के बाद अलीगढ़ पुलिस में हड़कंप मच गया। अलीगढ़ के एसपी देहात अतुल शर्मा का कहना है कि जिन पुलिसकर्मियों ने लापरवाही बरती है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह पूरी वारदात 4 दिन पुरानी है, लेकिन अलीगढ़ के अखबारों में बुधवार को छपी है। इस पूरे प्रकरण को लेकर अलीगढ़ पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस और सरकार एक बार फिर विपक्ष और आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं। उत्तर प्रदेश के सीनियर रिटायर ऑफिसर सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट किया और यूपी सरकार पर तंज किया है। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने भी इस मामले में ट्वीट करके योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। पुलिस का कहना है कि 28 जुलाई को बबलू का एक साथी गिरफ्तार किया गया है। जिसका नाम नोबिल चौधरी है। उसके पास से पुलिस ने अवैध हथियार और कारतूस भी पकड़े हैं। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
अलीगढ़ में बहुत बड़ा है काले तेल का कारोबार
अलीगढ़ में काले तेल का काला कारोबार करोड़ों रुपए का सालाना का बताया जाता है। इगलास कस्बा मथुरा के बेहद करीब है। मथुरा में ऑयल रिफायनरी है। रिफाइनरी में जब तेल रिफाइन किया जाता है तो भारी मात्रा में काला तेल निकलता है। यह काला तेल रिफाइनरी से तस्करी के जरिए इगलास क्षेत्र के बड़े-बड़े गोदामों में भर कर रखा जाता है। तेल माफिया इस काले तेल को एक बार फिर रिफाइन करके पेट्रोल-डीजल, मोबिल ऑयल और ग्रीस जैसे पेट्रोलियम उत्पाद निकाल लेते हैं। कौड़ियों के भाव में मिलने वाले काले तेल से हर साल ओ ऑयल माफिया करोड़ों रुपए कमाता है।
अलीगढ़ से मिली जानकारी के मुताबिक बबलू प्रधान का इगलास क्षेत्र में काले तेल के कारोबार पर खासा वर्चस्व है। इस पर एकतरफा कब्जा करने के चक्कर में ही बबलू प्रधान और दूसरे प्रतिस्पर्धी के बीच कई बार गोलीबारी, मारपीट और कातिलाना हमले हो चुके हैं।