धनोरी वेटलैंड में आया सबसे तेज उड़ने वाला परिंदा

धनोरी वेटलैंड में आया सबसे तेज उड़ने वाला परिंदा

धनोरी वेटलैंड में आया सबसे तेज उड़ने वाला परिंदा

Tricity Today | पैराग्रीन फाल्कन

यूरोप, हिमालय और मिडिल ईस्ट से सैकड़ों की संख्या में प्रवासी पक्षी धनोरी वेटलैंड पहुंच रहे हैं। इस बार दुनिया में सबसे तेज उड़ने वाली प्रजाति का परिंदा भी वेटलैंड की शान बन गया है। पहली बार यहां पैराग्रीन फाल्कन नजर आया है, जो सबसे तेज उड़ने वाला परिंदा है।

धनोरी वेटलैंड में अब तक सारस पक्षी और देसी छोटे पक्षियों का ही आना-जाना होता था। लेकिन, इस बार कई विदेशी नामचीन परिंदों ने वेटलैंड में दस्तक दी है। विदेशी पक्षियों के आने से यह वेटलैंड एनसीआर ही नहीं देश के चुनिंदा वेटलैंड की श्रेणी में आ गया है।

पैराग्रीन फाल्कन है सबसे तेज उड़ने वाला तो बनेली सबसे खतरनाक
वेटलैंड में आए विदेशी परिंदों में पैराग्रीन फाल्कन सबसे तेज उड़ने वाला परिंदा है। यह 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है। 8 फीट की लंबाई के पंखों वाला ईस्टर्न इंपिरियल ईगल यूरोप से आया है। ब्रिटेन का पसंदीदा पक्षी होने के कारण उसे ब्रिटेन की वायु सेना में विशेष स्थान हासिल है। वहीं, इंपोर्टेड ईगल परिंदा हिमालय से आया है। बनेली बर्ड सबसे खतरनाक प्रजाति का पक्षी है। इसको शिकारी पक्षी कहा जाता है। वेटलैंड में जब यह परिंदा नीचे उतरता है तो अन्य पक्षी डर के मारे उड़ जाते हैं। यह बहुत तेजी से उड़ते-उड़ते अपने शिकार पर हमला करजा है। यह पानी में तैर रहे सांप को भी आसानी से अपनी चोंच में पकड़ लेता है।

एनसीआर का सबसे बड़ा सारस संरक्षण केंद्र
एनसीआर में दर्जनभर पक्षी अभ्यारण और वेटलैंड हैं। इनमें धनोरी वेटलैंड एनसीआर का सबसे बड़ा और पहला सारस प्रजनन और संरक्षण केंद्र है। यहां सारस के डेढ़ सौ से अधिक जोड़े संरक्षित हैं।

धनोरी वेटलैंड को रामसर साइट का मिलेगा दर्जा
धनोरी वेटलैंड को रामसर साइट का दर्जा मिलेगा। जिला प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। जिला वन अधिकारी पीके श्रीवास्तव के अनुसार धनोरी वेटलैंड को रामसर साइट का दर्जा देने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। जल्दी ही धनोरी वेटलैंड रामसर साइट का दर्जा मिलेगा। बुलंदशहर के गंगा नदी क्षेत्र में नरोरा बृजघाट के बाद यह प्रदेश का दूसरा ऐसा वेटलैंड होगा जिसको रामसर साइट का दर्जा मिलेगा।

200 प्रजातियों के पक्षी मौजूद
10 वर्ष पूर्व परिदृश्य में आया धनोरी वेटलैंड एक प्राकृतिक वेटलैंड है। वर्षों से परिंदों की मनोवृति और उनके पसंदीदा क्षेत्र का अध्ययन कर रहे पक्षी विशेषज्ञ रोहित शर्मा के अनुसार इसमें 200 प्रजातियों के पक्षी और जलीय जीव जंतु मौजूद हैं। इन प्रजातियों में सारस, गिद्ध, बत्तख, ईगल, छोटी चिड़िया और जलीय जीव जंतु हैं।

200 एकड़ में है धनोरी वेटलैंड
वेटलैंड यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-16 के क्षेत्र में स्थित है। तीन गांव धनोरी, अमीपुर और ठसराना की 200 एकड़ भूमि पर है। इसके लिए 50 एकड़ भूमि यमुना प्राधिकरण ने भी निर्धारित कर रखी है।

नवंबर से मार्च तक आते हैं विदेशी परिंदे 
धनोरी वेटलैंड में नवंबर से मार्च तक का महीना विदेशी परिंदों के लिए बहुत ही खुशगवार होता है। इस अवधि के बीच यहां विदेशी मेहमान आते हैं। इन परिंदों को देखने और इनकी मनोवृति को समझने के लिए धनोरी वेटलैंड में प्रतिदिन सैकड़ों पर्यावरण विशेषज्ञ और पक्षी प्रेमियों का जमावड़ा बना रहता है।

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