दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल के हाथ-पैर बांधकर बस में आगरा ले गए बदमाश

दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल के हाथ-पैर बांधकर बस में आगरा ले गए बदमाश

दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल के हाथ-पैर बांधकर बस में आगरा ले गए बदमाश

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके में बुधवार देर रात बदमाशों ने पुलिस कांस्टेबल का अपहरण कर लिया। बदमाश हाथ-पैर बांधकर बस में आगरा ले गए और पिस्टल व अन्य कीमती सामान छीनकर बस से फेंक दिया। गुरुवार सुबह कांस्टेबल ने थाने को सूचना दी तब जानकारी हुई।

कांस्टेबल सचिन कश्मीरी गेट थाने में तैनात है। वह बुधवार रात को मोरी गेट खोवा मंडी के पास गश्त कर रहा था। तभी एक बस का स्टाफ आपस में विवाद करने लगा। सचिन ने पूछताछ शुरू की तो बस स्टाफ ने उसे धमकी देते हुए जाने को कहा। इसपर कांस्टेबल बस को रोकते हुए जांच के लिए उसमें चढ़ गया। बस में बदमाशों ने पुलिसकर्मी को बंधक बना लिया और बस आगे बढ़ा दी। विरोध करने पर कांस्टेबल के हाथ-पैर बांध दिए और मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। इसके बाद बस को आगरा की तरफ ले गए।

आगरा के पास सुनसान इलाके में बदमाशों ने पिस्टल, मोबाइल और पर्स छीनकर सचिन को फेंक दिया। फिर बदमाश बस लेकर फरार हो गए। बदमाशों की भाषा से वे भिंड-मुरैना के इलाके के जान पड़ते थे।

कश्मीरी गेट थाना स्टाफ में मचा हड़कंप
कांस्टेबल सचिन से बुधवार रात 11 बजे से संपर्क नहीं हो पा रहा था। ड्यूटी से अचानक लापता होने से कश्मीरी गेट थाने में हड़कंप मच गया। सचिन के दोस्तों को भी फोन कर जानकारी ली गई लेकिन कुछ पता नहीं चला। गुरुवार सुबह करीब पांच बजे सचिन ने अपने थाने में कॉल कर साथियों को सूचना दी। इसके बाद तुरंत थाने के एसएचओ ने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी। गुरुवार दोपहर तक सचिन थाने पहुंचा और अपने साथ हुई घटना की विस्तृत जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दी। पुलिस केस दर्ज कर जांच में जुटी है।

पिकेट पर जांच नहीं बेरोकटोक बढ़ते गए
बदमाश जब बस में कांस्टेबल को बंधक बनाकर ले जा रहे थे तो उनका सामना दिल्ली पुलिस की पिकेट से भी हुआ। लेकिन, कहीं भी बस की जांच नहीं हुई और बदमाश बेरोकटोक दिल्ली की सीमा पार कर गए। इतना ही नहीं, बदमाश तीन टोल भी पार कर गए।

स्पेशल सेल के साथ क्राइम ब्रांच भी लगी
दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल को अगवा कर बदमाशों ने एक तरह से पुलिस को चुनौती दी है। पुलिस पिकेट पर जांच न होने पर भी सवाल उठ रहे हैं। लिहाजा, पुलिस इस मामले को लेकर काफी गंभीर है और आला अधिकारी भी जांच की निगरानी कर रहे हैं। मामले की जांच में जुटी पुलिस दिल्ली पुलिस मोरी गेट से लेकर यमुना एक्सप्रेसवे तक लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर रही है। इसके साथ ही पुलिस बस के रजिस्ट्रेशन नंबर की जांच कर उसके जरिए आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जिला पुलिस के अलावा स्पेशल सेल एवं क्राइम ब्रांच की टीमें भी कोशिश कर रही हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों की शिनाख्त कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बस अड्डे पर बिचौलियों का आतंक
कश्मीरी गेट बस अड्डे और मोरी गेट से निजी बस ऑपरेटर अंतरराज्यीय सेवाएं संचालित करते हैं। इन ऑपरेटर ने संगठन बनाकर बिचौलियों को कमीशन पर रखा है, जिनका काम यात्रियों को बहला-फुसलाकर लाना होता है। ये बिचौलिए कई बार तो आम यात्रियों से मारपीट कर उन्हें जबरन बसों में भर लेते हैं। हालांकि स्थानीय एसएचओ धर्मेंद्र कुमार द्वारा इन बिचौलियों पर नकेल कसने की कार्रवाई की जा रही है लेकिन बावजूद सवारियों से दुर्व्यवहार की घटनाएं नहीं थम रहीं।

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