शिक्षा का मकसद सिर्फ रोजगार हासिल करना नहीं है, इसका असली लक्ष्य समाज को बदलना है

शिक्षा का मकसद सिर्फ रोजगार हासिल करना नहीं है, इसका असली लक्ष्य समाज को बदलना है

शिक्षा का मकसद सिर्फ रोजगार हासिल करना नहीं है, इसका असली लक्ष्य समाज को बदलना है

Amity | M Sathya Kumar

मनुष्य के जीवन के पांच मुख्य तत्व होते हैं। ये पांच तत्व शारीरिक, बौद्धिक, मानसिक, भावनात्मक एंव आध्यात्मिक हैं। जब हम बदलते हैं तो हमारे साथ देश और समूचा संसार परिवर्तन की ओर बढ़ता है। इसलिए पांचो तत्वों की खोज जारी रखना चाहिए। आज आप जो भी ज्ञान ग्रहण कर रहे है, उससे हासिल हुए विचारों से विश्व में परिवर्तन ला सकते हैं। टाइकून एकेडमी के मुख्य मार्गदर्शक एम सत्या कुमार छात्रों को संबोधित करते हुए ये बता रहे थे।


सही मार्गदर्शन से छात्र खुद को वैश्विक स्तर का बना सकते हैं और विश्व कल्याण की दिशा में अतुलनीय योगदान दे सकते हैं। छात्रों में इसी तरह की प्रतिभा विकसित करने के लिए एमिटी में एक ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसका विषय ‘व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक विकास में जागरूक रहने के मायने’ रखा गया था। इस कार्यक्रम का मकसद छात्रों को विकास के विभिन्न चरणों में खुद पर संयम रखने के बारे में जानकारी देना था।


छात्रों से मुखातिब होते हुए सत्या कुमार ने कहा कि आपको सदैव नये विचारों और नए संदर्भ में काम करना चाहिए। ईश्वर द्वारा रचित सबसे उत्कृष्ट कलाकृति मानव है। इसलिए हमारा भी लक्ष्य समाज एवं लोगों की भलाई होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एमिटी में प्राप्त ज्ञान से आप हर क्षण सशक्त एवं ज्ञानपूर्ण हो रहे हैं।


उन्होनें छात्रों को प्रेरित करते हुए बताया कि स्वामी विवेकानंद का मानना था कि चट्टान के अंदर प्राप्त हुआ ज्ञान सारे विश्व को प्रकाशित कर सकता है। एक विचार चुनें और उस पर कार्य करें। लोगों की समस्याओं के निवारण के लिए प्रयास करें। बेहतर रोजगार हासिल करना शिक्षा का लक्ष्य नहीं है। शिक्षा का असली मकसद समाज व देश में सकारात्मक परिवर्तन लाना है।

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