देश में इंदिरा गांधी की इमरजेंसी से भी बुरे हालात हैं, जानिए गाजियाबाद में किसने कही यह बात

देश में इंदिरा गांधी की इमरजेंसी से भी बुरे हालात हैं, जानिए गाजियाबाद में किसने कही यह बात

देश में इंदिरा गांधी की इमरजेंसी से भी बुरे हालात हैं, जानिए गाजियाबाद में किसने कही यह बात

Tricity Today |

Muradnagar : भारतीय जनता पार्टी लोगों के हक और न्याय की लड़ाई की आवाज को दबाना चाहती है। सरकार भीम आर्मी के प्रमुख और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद रावण की कहीं तक भी जांच करा ले, कितने ही मुकदमे दर्ज करा दिए जाएं, लेकिन हम गरीब, दलित, किसान और अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न नहीं होने देंगे। रविवार को गाजियाबाद के मोदीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान आजाद समाज पार्टी के नेताओं ने यह बात कही है।

आजाद समाज पार्टी के 2 मंडलों के प्रभारी निजाम चौधरी ने कहा कि सरकार हाथरस पीड़िता को न्याय और सहायता नहीं दिला पा रही है, उल्टे परिवार को ही धमकाया जा रहा है। सरकार ने परिवार के लोगों को उनके घर में ही कैद करके रख दिया है। इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी से भी देश के बुरे हालात हो गए हैं। लोगों की आवाज उठाने वालों को जबरन झूठे मामलों में फंसाने की कोशिश की जा रही है। 

निजाम ने कहा कि भाजपा सरकार उनकी पार्टी के अध्यक्ष को झूठे मामले में घसीटना चाहती है। ताकि जनता की आवाज बन रहे चंद्रशेखर की आवाज को ही दबा दिया जाए। उन्होंने सरकार से कहा है कि वह अपनी हर एजेंसी से जांच करा ले, लेकिन उसमें कुछ नहीं मिलने वाला है। यदि किसी फर्जी मामले में पार्टी अध्यक्ष को फंसाने की कोशिश की गई तो उसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर रावण के साथ लोग दिल से जुड़े हुए हैं। यदि उनका उत्पीड़न हुआ तो सरकार को उनके समर्थकों को संभालना भारी पड़ सकता है। पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ हर लड़ाई लड़ेगा। जिससे पीड़ितों को न्याय मिल सके। सरकार को चंद्रशेखर से टकराने से पहले उनकी पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता से टक्कर लेनी होगी। 

निजाम ने कहा कि पीड़ित को न्याय नहीं मिल रहा, उल्टे उन्हें और उनकी सहायता करने वालों को सरकार ठिकाने लगाना चाहती है। आज चंद्रशेखर युवा वर्ग का हीरो है। हाथरस कांड में पीड़ित परिवार की आवाज बने पार्टी अध्यक्ष को सरकार दबाव में लेना चाहती है। लेकिन यह सरकार की गलतफहमी है। एक बेटी की रूह कंपा देने वाली हत्या कर दी गई। पुलिस ने मानवता को शर्मसार करते हुए आधी रात में उसका दाह संस्कार जबरन करा दिया। उनकी मां अपनी बच्ची का आखिरी समय चेहरा देखना चाहती थी। निष्ठुर पुलिस ने वह भी नहीं होने दिया। उनकी आवाज उठाने वालों को आज झूठे केसों में फंसाकर अपने खिलाफ बोलने वालों की आवाज को दबा देना चाहती है। भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर को घेरने का जो षड्यंत्र सरकार करना चाह रही है, वह उसमें कभी कामयाब नहीं हो पाएगी।

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