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उत्तर प्रदेश की एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी से संबंध कॉलेजों में बीटेक, बी फार्मा, एमबीए और एमटेक कर रहे अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं के लिए महत्वपूर्ण खबर है। एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए परीक्षा का समय घोषित कर दिया है। कुलपति ने यह भी बताया है कि इस बार परीक्षाओं में किस तरह के प्रश्न पत्र आएंगे। प्रेक्टिकल, वाइवा और एग्जाम करवाने के लिए यूनिवर्सिटी ने तकनीक का सहारा लेने का फैसला किया है।
कोरोना वायरस का संक्रमण फैल जाने के कारण देशभर में लॉकडाउन लागू कर दिया गया था। जिसके चलते एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं भी स्थगित करनी पड़ी थीं। प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों को इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर प्रोन्नत किया जाएगा, लेकिन यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन की गाइडलाइंस के मुताबिक सभी पाठ्यक्रमों में अंतिम वर्ष के स्टूडेंट्स के लिए परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने बताया, "छात्रों को इन परीक्षाओं के लिए मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन दिए जाएंगे। ऐसा पहली बार होगा, जब अंतिम वर्ष के छात्रों की एकेडमिक परफॉर्मेंस का आंकलन ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन यानी ओएमआर शीट के जरिए किया जाएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि परीक्षा का मूल्यांकन बहुत तेजी के साथ किया जा सकेगा और रिजल्ट घोषित करने में बहुत कम समय लगेगा। इस वर्ष विस्तृत उत्तरों पर आधारित परीक्षा का आयोजन करवाना संभव नहीं हो सकेगा।"
पेपर की स्विफ्ट तीन की बजाय दो घंटों में होगी, प्रैक्टिकल 1 अगस्त से होंगे
प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने बताया कि विश्वविद्यालय थ्योरी आधारित परीक्षाओं का आयोजन ऑफलाइन मोड में पेन और पेपर के जरिए करवाएगी। इस बार लिखित परीक्षा तीन शिफ्ट में करवाई जाएगी। सामान्य तौर पर एक पेपर के लिए 3 घंटे का समय दिया जाता है। इस बार सिर्फ 2 घंटे की होगी। सभी प्रयोगात्मक और मौखिक परीक्षाएं 1 अगस्त से 21 अगस्त के बीच आयोजित करवाई जाएंगी। कैरी ओवर परीक्षा का आयोजन भी अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए मुख्य परीक्षा के साथ ही करवा लिया जाएगा। प्रवेश पत्र इंस्टिट्यूट और कॉलेज अपने स्तर पर ऑनलाइन उपलब्ध करवाएंगे।
प्रैक्टिकल और वाईवा के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का इस्तेमाल करेगा एकेटीयू
कुलपति ने कहा, "हम मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन और ओएमआर पर आधारित परीक्षाओं का आयोजन करवा रहे हैं। जिसके जरिए परीक्षा का समय 2 घंटे करने में सुविधा हो जाएगी। इससे कम समय में ज्यादा पेपर करवाए जा सकेंगे। विश्वविद्यालय के सामान्य नियमों के तहत परीक्षा केंद्रों पर बाहरी पर्यवेक्षक भेजे जाएंगे। प्रोजेक्ट, थिसिस और प्रैक्टिकल सब्जेक्ट के लिए जूम और गूगल मीट जैसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जाएगा।"
प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने आगे कहा, "अगर कोई छात्र फाइनल असेसमेंट के लिए प्रोजेक्ट वाइवा में अनुपस्थित रह जाता है तो उसे एक और अतिरिक्त अवसर दिया जाएगा। अगर कोई छात्र अपना अवार्डेड ग्रेड बढ़ाना चाहता है तो उसे भी इंप्रूवमेंट का अवसर मिलेगा, लेकिन यह अवसर अगले एकेडमिक ईयर में दिया जाएगा। किसी विषय विशेष में अपने प्राप्त अंकों को बढ़ाने के लिए छात्र अगले साल इवन सेमेस्टर एग्जामिनेशन 2020-21 में शामिल हो सकते हैं।