Tricity Today | कानपुर एनकाउंटर का आरोपी विकास दुबे
कानपुर एनकाउंटर के आरोपी विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लेकर आ रही प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम झांसी पहुंच गई है। गुरुवार को गिरफ्तारी के बाद उज्जैन पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस को जानकारी दी थी। यूपी एसटीएफ उज्जैन पहुंची और जरूरी कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस से विकास दुबे को अपनी कस्टडी में ले लिया है। विकास दुबे की गिरफ्तारी के 24 घंटे पूरे होने से पहले उसे कानपुर में अदालत में पेश किया जाएगा। उम्मीद है कि शुक्रवार की सुबह 9:00 बजे तक पुलिस कानपुर पहुंच जाएगी। अदालत खुलते ही 10:00 बजे विकास दुबे को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करके कानपुर पुलिस रिमांड पर लेगी।
गुरुवार की देर शाम यूपी एसटीएफ विकास दुबे को उज्जैन से लेकर निकली है। सुबह करीब 4:00 बजे यूपी एसटीएफ विकास दुबे के साथ झांसी पहुंच चुकी थी। यूपी एसटीएफ ने करीब 440 किलोमीटर का सफर रातों-रात पूरा किया है। अभी पुलिस को झांसी से कानपुर के बीच 228 किलोमीटर की दूरी तय करनी है। उम्मीद है कि अगले 4 से 5 घंटे में पुलिस कानपुर पहुंच जाएगी।
दुबे को कानपुर लाया जा रहा है। वह कानपुर गोली कांड का मुख्य आरोपी है और उसे गुरुवार सुबह उज्जैन में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह पिछले छह दिनों से फरार चल रहा था और उज्जैन में मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए आया था। जहां उसकी पहचान मंदिर के एक सुरक्षाकर्मी ने कर ली। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
गैंगस्टर पिछले हफ्ते कानपुर के चौबेपुर इलाके के बिकरू गांव में हुई मुठभेड़ का मुख्य आरोपी है। जिसमें हमलावरों के एक समूह ने पुलिस टीम पर कथित रूप से गोलियां चलाईं, जो दुबे को गिरफ्तार करने के लिए गई थी। मुठभेड़ में आठ पुलिस कर्मी मारे गए। दुबे भागने में सफल रहा और उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया था। उसकी गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश सरकार ने इनाम बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया।
इससे पहले चौबेपुर पुलिस स्टेशन के निलंबित स्टेशन हाउस अधिकारी (एसएचओ) विनय तिवारी और एक अन्य पुलिस कर्मी केके शर्मा को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने दुबे को पहले से छापेमारी की सूचना दी थी। चौबेपुर पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर कुंवरपाल, कृष्ण कुमार शर्मा और कांस्टेबल राजीव को निलंबित कर दिया गया है।