Google Image | जयकांत बाजपेई और विकास दुबे
विकास दुबे के खजांची और कानपुर कांड में आपराधिक षड्यंत्र रचने के आरोपी जयकांत बाजपेई की संपत्तियां जांचने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग को चिट्ठी लिख दी है। इस बारे में सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार के गृह विभाग की ओर से जानकारी दी गई है।
गृह विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मुकदमा अपराध संख्या 192/2020 आईपीसी की धाराओं 147, 148 149, 307, 302, 395, 412, 120-बी और 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट में एक रिपोर्ट भेजी है। रिपोर्ट में कानपुर के एसएसपी ने कहा है कि अभियुक्त जयकांत बाजपेई ने अवैध रूप से संपत्तियां अर्जित की हैं। प्रारंभिक जांच में यह सत्य प्रतीत होता है। ऐसे में विशेषज्ञ एजेंसियों से जांच करवाई जानी नितांत आवश्यक है।
प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के गृह विभाग ने लखनऊ के मुख्य आयकर आयुक्त और प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक को पत्र लिखा है। जयकांत बाजपेई की संपत्तियों की गहनता से जांच करने का अनुरोध किया गया है। दूसरी और विकास दुबे और उसके रिश्तेदारों की संपत्तियों की जांच सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त जज की अगुवाई में गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम कर रही है। इसके लिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई थी।