Triticy Today | वीडियो कांफ्रेसिंग करते केंद्रीय कृषि मंत्री
केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि अधिनियमों पर किसानों के सामने सरकार का पक्ष रखने के लिए विधायकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। बुधवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विधायकों के साथ ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि इन कानूनों से किसानों को बड़ा फायदा होने वाला है, लेकिन यह बात उन्हें बताने की आवश्यकता है। अब यह जिम्मेदारी विधायकों को निभानी होगी।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली और अलीगढ़ मंडलों के विधायकों के साथ बुधवार की दोपहर 11:00 बजे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करनी थी। अपरिहार्य कारणों के चलते इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जगत प्रकाश नड्डा शामिल नहीं हो पाए। उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को यह जिम्मेदारी सौंपी। नरेंद्र सिंह तोमर ने दोपहर 11:00 बजे से करीब 12:30 बजे तक पश्चिम उत्तर प्रदेश के विधायकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की है।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने विधायकों को बताया कि तीनों कृषि अधिनियमों से देशभर के करोड़ों किसानों को बड़ा फायदा होने वाला है। किसानों की आय, सामाजिक और आर्थिक स्थिति में आमूलचूल बदलाव देखने के लिए मिलेगा। विपक्ष ने किसानों को बरगलाया है। गलत तरीके से किसानों तक जानकारी पहुंचाई जा रही हैं। अब यह जिम्मेदारी हम लोगों के ऊपर है कि किसानों तक सरकार की वास्तविक मंशा को पहुंचाया जाए। केंद्रीय कृषि मंत्री ने विधायकों को बताया कि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के मेनिफेस्टो में भी इस बात का जिक्र किया गया था। कांग्रेस के मेनिफेस्टो के पेज नंबर 17 पर भारत में अनुबंधित खेती की शुरुआत करने और कई दूसरे बदलाव करने की बात कही गई थी। अब जब केंद्र सरकार ने किसानों के हितों में कदम आगे बढ़ाया है तो कांग्रेस गलत तरीके से दुष्प्रचार कर रही है। यह जानकारी किसानों को दी जानी चाहिए। केंद्रीय कृषि मंत्री ने विधायकों से भी सुझाव मांगे।
गौतमबुद्ध नगर में जेवर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह की पहचान किसान नेता के तौर पर है। धीरेंद्र सिंह ने कहा, वह लगातार किसानों को इस बारे में जानकारी दे रहे हैं। यही वजह है कि उनके क्षेत्र के किसान कृषि कानूनों का विरोध नहीं कर रहे हैं। धीरेंद्र सिंह ने कहा कि गांव-गांव जाकर किसानों को जानकारी देनी चाहिए। तीनों कानूनों से किसानों को बड़ा फायदा होने वाला है। यह जानकारी उन्हें देने की आवश्यकता है। किसानों के बीच बैठकर बताया जाए कि किस तरह आने वाले वर्षों में खेती-बाड़ी फायदे का सौदा बनने वाले है। अभी तक किसान आपदा, बाजार भाव और खराब खाद-बीज की चपेट में आकर बर्बाद हो जाता है। यह तीनों कानून इन समस्याओं से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने पास किए हैं।