Google Image | एसएसपी ऑफिस के बाहर महिला ने आत्मदाह की कोशिश
गाजियाबाद में एक के बाद एक बड़ा बवाल हो रहा है। पुलिस हालात संभालने की तमाम कोशिशें कर रही है, लेकिन रोजाना कुछ ना कुछ बड़ी घटना सामने आ रही है। अब बुधवार की दोपहर लोनी से एक महिला गाजियाबाद में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। महिला ने एसएसपी ऑफिस के बाहर आत्मदाह करने का प्रयास किया है। एसएसपी कार्यालय पर तैनात सतर्क पुलिसकर्मियों ने महिला को ऐसा नहीं करने दिया। उसे पुलिस महिला थाने लेकर गई है।
एसएसपी ऑफिस के बाहर महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया है। पुलिस ने उसे पकड़ा लिया। पुलिस उसे महिला थाना लेकर गई है। महिला के मुताबिक लोनी में उसका एक प्लॉट है। जिसे लेकर विवाद चल रहा है। वह पुलिस से बार-बार शिकायत करती है लेकिन उसकी मदद नहीं की जा रही है। महिला का कहना है कि कुछ दबंग लोगों ने उसके प्लॉट पर कब्जा कर रखा है। जब से कहीं से कोई मदद नहीं मिली तो उसने मजबूर होकर यह कदम उठाया है।
महिला के एसएसपी ऑफिस पहुंचकर आत्मदाह का प्रयास करने की कोशिश से गाजियाबाद के जिला प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया। महिला को आनन-फानन में पुलिस महिला थाना लेकर गई। उससे मामले की पूरी जानकारी ली गई है। पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक अब लोनी के उप जिलाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी मिलकर इस पूरे प्रकरण की जांच करेंगे। जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में पुलिस और प्रशासन आगे की कार्रवाई करेंगे। महिला को आश्वासन दिया गया है। पुलिस उसे लेकर लोनी उसके घर छोड़ने गई है।
गाजियाबाद के एसपी देहात नीरज कुमार जादौन ने बताया कि लोनी की रहने वाली सुहाना परवीन ने बुधवार की सुबह एसएसपी आफिस पर आत्मदाह करने का प्रयास किया है। महिला सुहाना प्रवीण को पुलिसकर्मियों ने ऐसा करने से पहले ही पकड़ लिया था। सुहाना परवीन ने पुलिस को बताया है कि उनका लोनी में एक प्लॉट है। जिस पर अलीजान और हनीफ से विवाद चल रहा है। इस विवाद को लेकर लोनी थाना पुलिस ने हनीफ और अलीजान के खिलाफ 15 जुलाई को सीआरपीसी की धारा 151 के तहत एक मुकदमा भी दर्ज किया है।
एसपी देहात ने बताया कि सुहाना प्रवीण की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर लोनी के उप जिलाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी को इस पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया गया है। दोनों अधिकारियों की जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि करीब 2 सप्ताह पहले अमेठी की रहने वाली सफिया और उसकी बेटी ने संयुक्त रूप से लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह कर लिया था। जिसमें सफिया की बाद में उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गई और उसकी बेटी का इलाज किया जा रहा है। सफिया और उसकी बेटी ने पुलिस और दबंगों पर जमीन कब्जाने का आरोप लगाया था।
इन महिलाओं का कहना था कि अमेठी में थाने, सीओ और एसपी से लेकर अयोध्या में आईजी तक मामले की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद मजबूर होकर यह कदम उठाना पड़ा। लखनऊ आत्मदाह कांड के बाद अब प्रदेश भर में इस तरह के मामलों की पुनरावृति हो रही हैं।