Tricity Today | Dr Arunvir Singh IAS
गौतमबुद्ध नगर का यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण एक के बाद एक बंपर घोषणा कर रहा है। अब यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण इन्वेस्टमेंट बांड जारी करने वाला है। इसके लिए विकास प्राधिकरण में प्राइवेट एजेंसी ब्रिकवर्थ को नियुक्त किया है। एजेंसी विकास प्राधिकरण की आर्थिक स्थिति का अध्ययन करके रेटिंग देगी। दरअसल, यमुना प्राधिकरण कई मेगा प्रोजेक्ट शुरू करने हैं और पूरे भी करने हैं। जिसके लिए भारी-भरकम पैसे की आवश्यकता है। प्राधिकरण बाजार से कर्ज उठाने की वजह है आम आदमी से निवेश हासिल करना चाहता है। बड़ी बात यह है कि देश में पहली बार कोई औद्योगिक विकास प्राधिकरण यह काम करने जा रहा है। अभी तक बड़े कारपोरेट घराने और केंद्र सरकार की नवरत्न कंपनियां इस माध्यम से पैसा अर्जित करती हैं।
यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक इन्वेस्टमेंट ग्राउंड से मिलने वाले पैसे का उपयोग जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट समेत कई दूसरी बड़ी परियोजनाओं को पूरा करने में खर्च करेगी। देश में ऐसा करने वाला यह पहला औद्योगिक विकास प्राधिकरण होगा। यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुण वीर सिंह ने इस योजना के बारे में कहा, "प्राधिकरण एक साथ कई मेगा प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण शुरू होने वाला है। साथ ही हवाई अड्डे के दूसरे चरण का काम शुरू हो जाएगा। दूसरे चरण के लिए विकास प्राधिकरण को भूमि का अधिग्रहण करना है है। इसके लिए करीब 8000 करोड रुपए की आवश्यकता होगी।। वर्ष 2024 में यहां से वायु यातायात शुरू हो जाएगा। उससे पहले जेवर तक मेट्रो ले जानी है। फिल्म सिटी परियोजना बड़ी महत्वकांक्षी है। उसके लिए भी पैसे की बड़ी जरूरत है। कई और विकास योजनाएं पाइप लाइन में हैं।"
इन्वेस्टमेंट बांड के बारे में डॉ.अरुण वीर सिंह ने कहा, "प्राधिकरण ने बाजार से महंगा कर्ज उठाने की बजाय आम आदमी से निवेश की मांग करने की योजना बनाई है। इसके लिए जल्दी ही निवेश बॉन्ड जारी किए जाएंगे। हमें कितना पैसा इन बांड से मिल सकता है, बांड की दर कितनी रखी जाएगी और बदले में निवेशकों को कितना रिटर्न वापस दे पाएंगे, यह आंकलन करने के लिए एक निजी एजेंसी को नियुक्त किया गया है। यह एजेंसी अगले दो महीनों में अपनी रिपोर्ट देगी। एजेंसी विकास प्राधिकरण को रेटिंग देगी। उसके बाद बांड जारी किया जाएगा। देश में पहली बार कोई औद्योगिक विकास प्राधिकरण निवेश बांड जारी करेगा।"
क्या होता है इन्वेस्टमेंट बांड
इन्वेस्टमेंट बॉन्ड निवेशक और निवेश हासिल करने वालों के बीच एक तरह का वित्तीय करार है। जिसमें निवेश हासिल करने वाला निकाय निवेशक को प्रमाणित रूप से बताता है कि वह उसके पैसे की एवज में तय अवधि में निश्चित दर से ब्याज देकर एकमुश्त धनराशि वापस लौटाएगा। इन्वेस्टमेंट बॉन्ड की परिपक्वता अवधि निर्धारित की जाती है। इस अवधि के बीच इन्वेस्टमेंट बॉन्ड निवेशकर्ता किसी अन्य व्यक्ति को बेच सकता है। उस पर कर्ज भी ले सकता है हालांकि, निवेश हासिल करने वाली संस्था परिपक्वता अवधि पर ही निर्धारित धनराशि का भुगतान करती है। अगर कोई इन्वेस्टमेंट बॉन्ड बीच में खरीद लेता है तो परिपक्वता अवधि पर निवेश हासिल करने वाली संस्था क्रेता को भुगतान कर देती है।