योगी आदित्यनाथ ने 12 घंटों में दो बार नोएडा के किसानों के साथ बैठक की, पंकज सिंह ने निभाई बड़ी भूमिका

योगी आदित्यनाथ ने 12 घंटों में दो बार नोएडा के किसानों के साथ बैठक की, पंकज सिंह ने निभाई बड़ी भूमिका

योगी आदित्यनाथ ने 12 घंटों में दो बार नोएडा के किसानों के साथ बैठक की, पंकज सिंह ने निभाई बड़ी भूमिका

Tricity Today | जीबीयू में किसानों की समस्याओं की जानकारी सीएम योगी आदित्यनाथ को देते हुए विधायक पंकज सिंह।

महज 12 घंटों के दौरान किसानों से दो बार बैठक की। एक-एक मुद्दे पर सीएम ने संजीदगी से किसानों की बात सुनी। नोएडा के विधायक पंकज सिंह सिंह ने यह मीटिंग शेडयूल करवाई थीं। gangaसोमवार की सुबह 10 बजे जीबीयू में फिर किसानों के साथ बैठक हुई। जिसमें विधायक पंकज सिंह, किसानों की ओर से सुखवीर सिंह खलीफा, सतवीर, सतेंद्र, मनोज चौहान, रतनपाल, रवि यादव, महेश अवाना, तेजपाल चौहान ने भाग लिया। प्राधिकरण की ओर से चेयरमैन आलोक टंडन शामिल हुए। gangaप्राधिकरण के अधिकारी नहीं थे तो कोई समाधान नहीं किया जा सका। लिहाजा, सीएम ने सोमवार की सुबह दोबारा बैठक बुलाने का आदेश दिया। जिसमें प्राधिकरण अफसरों को भी हाजिर रहने को कहा गया।gangaरविवार की रात किसानों को जीबीयू बुलाया गया। सीएम ने रात करीब 10 बजे तक किसानों से बात की। उनकी एक-एक समस्या और मांग को सुना।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गौतमबुद्ध नगर प्रवास में महज 12 घंटों के दौरान किसानों से दो बार बैठक की। एक-एक मुद्दे पर सीएम ने संजीदगी से किसानों की बात सुनी। नोएडा के विधायक पंकज सिंह सिंह ने यह मीटिंग शेडयूल करवाई थीं। किसानों की पुरानी आबादी का वर्ष 2011 की नियमावली के तहत तत्काल निस्तारण करने और सभी किसानों को पांच फीसदी विकसित आवासीय भूखंड देने का आदेश मुख्यमंत्री ने दिया है। सीएम और विधायक के स्टेप पर किसानों ने खुशी जाहिर की है।

नोएडा के किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। विकास प्राधिकरण के बाहर धरना चल रहा है। पुलिस से कई बार टकराव हुआ है। किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। एक बार तो पुलिस ने किसानों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जिसके बाद नोएडा के विधायक पंकज सिंह आगे आए। किसानों से मिले और आश्वासन दिया कि जल्दी समस्याओं का समाधान करवाया जाएगा।

रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नोएडा में पुलिस आयुक्त कार्यालय का लोकार्पण करने आए। उन्होंने ग्रेटर नोएडा में गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी में रात्रि प्रवास किया। विधायक पंकज सिंह की पहल पर रविवार की रात किसानों को जीबीयू बुलाया गया। सीएम ने रात करीब 10 बजे तक किसानों से बात की। उनकी एक-एक समस्या और मांग को सुना। लेकिन प्राधिकरण के अधिकारी नहीं थे तो कोई समाधान नहीं किया जा सका। लिहाजा, सीएम ने सोमवार की सुबह दोबारा बैठक बुलाने का आदेश दिया। जिसमें प्राधिकरण अफसरों को भी हाजिर रहने को कहा गया।

सोमवार की सुबह 10 बजे जीबीयू में फिर किसानों के साथ बैठक हुई। जिसमें विधायक पंकज सिंह, किसानों की ओर से सुखवीर सिंह खलीफा, सतवीर, सतेंद्र, मनोज चौहान, रतनपाल, रवि यादव, महेश अवाना, तेजपाल चौहान ने भाग लिया। प्राधिकरण की ओर से चेयरमैन आलोक टंडन शामिल हुए।

  1. किसानों ने बताया कि उनकी पुरानी आबादी और सामाजिक संस्थाओं के गढ़ी चौखंडी और सदर सराय के कॉलेजों की जमीन अधिग्रहण कर ली गई है। इस पर सीएम ने नाराजगी जाहिर की और चेयरमैन आलोक टंड से पूछा तो चेयरमैन ने जवाब दिया कि पूर्ववर्ती अधिकारियों ने यह गलत किया है। इस पर सीएम ने ऐसे मामलों की जांच का आदेश दिया है और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
  2. विधायक पंकज सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि वर्ष 2015 में विकास प्राधिकरण ने किसानों से अपील की थी कि किसान कोर्ट नहीं जाएं। प्राधिकरण ने लिखित अपील देकर कहा था कि कोर्ट नहीं जाएं। सभी को लाभ दिया जाएगा। अब किसानों को बढ़ा मुआवजा और विकसित भूखंड नहीं दिए जा रहे हैं। प्राधिकरण कहता है कि उन्हीं किसानों को लाभ मिलेगा जो कोर्ट गए थे। इस पर सीएम ने आदेश दिया सबसे पहले सभी किसानों को उनके पांच फीसदी विकसित भूखंडों का आवंटन किया जाए।
  3. विधायक पंकज सिंह ने प्रस्ताव रखा कि अगले सप्ताह में किसानों की सारी समस्याओं पर विचार करने और इनका समाधान तलाश करने के लिए एक बैठक का आयोजन किया जाना चाहिए। जिसमें मंत्री, प्राधिकरण के सीईओ-चेयरमैन और किसानों को शामिल किया जाए। मुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव की सराहना की और प्राधिकरण को आदेश दिया कि अगले सप्ताह बैठक की तारीख की घोषणा करें।
  4. पंकज सिंह ने प्रस्ताव रखा कि अब तक पुराने अधिग्रहण से प्रभावित किसानों को उनके पांच प्रतिशत आवासीय भूखंड आवंटित नहीं किए हैं। 10 प्रतिशत के मुद्दे पर चर्चा की जा सकती है लेकिन सबसे पहले उनके अधिकार वाले पांच प्रतिशत आवासीय भूखंड मिलने चाहिएं। सीएम ने प्राधिकरण को तत्काल किसानों को भूखंडों के आवंटन करने का आदेश दिया।

किसानों की ओर से बैठक में शामिल हुए रवि यादव ने बताया कि  मुख्यमंत्री ने हमें बहुत संजीदगी के साथ सुना है। मैं व्यक्तिगत रूप से बहुत संतुष्ट हूं। सीएम ने स्कूलों की जमीन और किसानों की आबादी को अधिग्रहण मुक्त करने का आदेश दिया है। विधायक पंकज सिंह ने किसानों को उनके पांच फीसदी विकसित भूखंड देने का प्रस्ताव रखा। जिस पर सीएम ने प्राधिकरण को आदेश दिया है। मैं मुख्यमंत्री की बातों से बहुत सहमत हूं। बाकी साथी किसान भी सहमत थे। अब किसान बैठक करके आगे निर्णय लेंगे। हालांकि, यह ऐतिहासिक मीटिंग थी। इससे पहले किसी मुख्यमंत्री ने इतने अच्छे माहौल में बातचील नहीं की।

नोएडा के विधायक पंकज सिंह ने कहा कि बेहद सकारात्मक माहौल के बीच किसानों की मांगों को मुख्यमंत्री ने सुना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी पुरानी आबादी या स्कूल को अधिग्रहण की सूची में नहीं डाला जा सकता है। ऐसा करने वाले अधिकारियों को दण्डित किया जाएगा। इतनी बड़ी अनदेखी करना तो अपराध है। मुख्यमंत्री ने किसानों और प्राधिकरण के अधिकारियों को एकसाथ बैठाकर वार्ता की है, जो भी समस्याएं थीं, उनके निस्तारण के लिए प्राधिकरण अधिकारियों को आदेश दे दिए हैं।

पंकज सिंह ने कहा, किसानों और प्राधिकरण के अधिकारियों के बीच मुख्यमंत्री के सामने लगभग आधा घंटा वार्ता हुई है। सीएम ने महज 12 घंटों में दो बार किसानों से वार्ता की है। अब जल्दी ही किसानों की सारी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा करने और उनका समाधान तलाश करने के लिए एक बैठक का आयोजन किया जाएगा।

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