Google Image | Yogi Adityanath
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेईई और नीट परीक्षाओं के आयोजन को टालने की विपक्षी राजनीतिक दलों की मांग के बीच शुक्रवार को स्पष्ट किया कि राज्य सरकार इन परीक्षाओं के आयोजन का समर्थन करती है। योगी ने यहां लोकभवन में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा, ''प्रदेश सरकार नीट तथा जेईई परीक्षाओं के आयोजन का समर्थन करती है।''
उन्होंने कहा, ''गत नौ अगस्त, 2020 को राज्य में बीएड की प्रवेश परीक्षा संपन्न हुई, जिसमें लगभग पांच लाख अभ्यर्थी थे। इस परीक्षा में कहीं से भी संक्रमण (कोरोना वायरस) की कोई खबर नहीं आई।'' मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश की परीक्षा भी संपन्न कराई गई है।
आपको बता दे कि शुक्रवार को गैर भाजपा शासित राज्यों के छह मंत्रियों ने उच्चतम न्यायालय का रुख कर कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच इस साल नीट और जेईई प्रवेश परीक्षाएं कराने की केंद्र को अनुमति देने वाले आदेश पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया। यह पुनर्विचार याचिका पश्चिम बंगाल (मलय घटक), झारखंड (रामेश्वर ओरांव), राजस्थान (रघु शर्मा), छत्तीसगढ़ (अमरजीत भगत), पंजाब (बी एस सिंधु) और महाराष्ट्र (उदय रविंद्र सावंत) के मंत्रियों की ओर से दायर की गई है।
यह याचिका अधिवक्ता सुनील फर्नांडिस के माध्यम से दायर की गई है। शीर्ष अदालत ने 17 अगस्त को, इस साल सितंबर में निर्धारित मेडिकल एवं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं - नीट और जेईई के आयोजन के मामले में हस्तक्षेप करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि जीवन चलते रहना चाहिए और विद्यार्थी वैश्विक महामारी के चलते अपना बहुमूल्य साल बर्बाद नहीं कर सकते।
शीर्ष अदालत ने सायंतन बिश्वास की याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें नीट और जेईई दोनों परीक्षाओं का आयोजन करने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) को ये परीक्षाएं टालने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया था। न्यायालय ने कहा था कि याचिका सुनवाई करने लायक नहीं है।