Noida News : नोएडा में सेक्टर-16ए फिल्म सिटी स्थित मारवाह स्टूडियोज में 10 वां ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल का उद्घाटन किया गया। यह फेस्टिवल 19 से 21 तारीख तक चलेगा जिसमें कई नामचीन साहित्यकार अपने विचार रखेंगे और इसके साथ ही फोटो प्रदर्शनी, पुस्तक विमोचन, पुरस्कार समारोह, डॉक्यूमेंट्री फिल्म, कवि सम्मेलन और मुशायरा का भी यहां आयोजन किया जाएगा।
भारतेंदु युग, द्विवेदी युग समेत कई युग का दिया नाम
इस अवसर पर मारवाह स्टूडियोज के चेयरमैन और फेस्टिवल के अध्यक्ष संदीप मारवाह ने कहा कि हिंदी साहित्य के आधुनिक काल को अनेक पड़ावों से गुजरना पड़ा है, जिसमें गद्य और पद्य में अलग-अलग विचार धाराएं विकसित हुईं। उन्होंने कहा कि जहां पद्य में इसे छायावादी, प्रगतिशील युग, प्रयोगवादी और यथार्थवादी युग इन चार नामों से जाना जाता है, वहीं गद्य में इसे भारतेंदु युग, द्विवेदी युग, रामचंद्र शुक्ल और प्रेमचंद युग तथा आधुनिक युग का नाम दिया गया है। आधुनिक युग में हमें डायरियां, यात्रा वृत्तांत, आत्मकथाएं, रूपक, रेडियो नाटक, पटकथा, फिल्मी लेख आदि पढ़ने को मिलते हैं। लेकिन आज हम साहित्य को एक नए रूप में देखते हैं जिसे फिल्म साहित्य भी कहा जाता है। इस फेस्टिवल के जरिए हम उन लेखकों और फिल्म लेखकों से मिलेंगे और उन्हें सुनेंगे जिन्होंने हमारे समाज की नींव रखी और जिन्हें न केवल पढ़ा गया बल्कि फिल्मों के जरिए देखा भी गया।
कई देशों के राजदूतों ने की शिरकत
इस अवसर पर कई देशों के राजदूतों के साथ साहित्य जगत की अनेक जानी-मानी हस्तियां मौजूद रहीं। जिनमें कोमोरोस संघ के महावाणिज्यदूत कमांडर के.एल. गंजू, ब्राजील दूतावास के सी.डी.ए. मार्कोस स्पेरान्डियो, स्लोवेनिया के राजदूत माटेजा वोदेब घोष, तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल, कवियित्री एवं अनुवादक नीना वाघ जो अंग्रेजी नाटककार भी हैं, स्मिता मिश्रा, प्रसिद्ध लेखिका सुश्री प्रियंका शर्मा कैंतुरा ने अपने विचार साझा किए।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर राम मनोहर लोहिया के पोस्टर का लोकार्पण, पीयूष गोयल की पुस्तक का विमोचन, विद्यार्थियों ने स्केच एवं पेंटिंग तथा स्टिल फोटोग्राफी प्रदर्शनी लगाई। साथ ही, जॉर्जिया दूतावास की काउंसलर अन्ना डोबोर्गिनीड्जे, सांस्कृतिक काउंसलर याह्या अल दुगाशी, ओमान सल्तनत दूतावास की काउंसलर एकातेरिना लाजारेवा, रूसी दूतावास की काउंसलर फेस्टिवल डायरेक्टर सुशील भारती ने भी छात्रों को संबोधित किया।