एटीएस के प्रोजेक्ट में खरीदारों के 350 करोड़ रुपए डूबे! नोएडा अथॉरिटी ने लिया एक्शन

बड़ी खबर : एटीएस के प्रोजेक्ट में खरीदारों के 350 करोड़ रुपए डूबे! नोएडा अथॉरिटी ने लिया एक्शन

एटीएस के प्रोजेक्ट में खरीदारों के 350 करोड़ रुपए डूबे! नोएडा अथॉरिटी ने लिया एक्शन

Tricity Today | एटीएस बिल्डर का प्रोजेक्ट

Noida :नोएडा प्राधिकरण ने बकाया ना देने पर बिल्डरों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू कर दिया है। अथॉरिटी की एक टीम बिल्डरों के प्रोजेक्ट पर पहुंचकर टावरों को सील कर रही है। एक ऐसे ही मामले में सेक्टर-132 एटीएस बुके परियोजना में खरीदार फंस गए हैं। बिल्डर ने दुकान, ऑफिस स्पेस आदि बुक करने के लिए नाम पर 500 से अधिक खरीदारों से 350 करोड़ रुपये ले लिए लेकिन प्राधिकरण के 25 करोड़ नहीं दिए। अथॉरिटी की तरफ से बिल्डर को कई बार नोटिस भेजा गया। बिल्डर की तरफ से जवाब ना आने पर प्राधिकरण ने आवंटन निरस्त कर दिया था।

5 एकड़ जमीन का आवंटन
इस मामले में खरीदारों ने मामले की शिकायत दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा में की है। आर्थिक अपराध शाखा ने शिकायत मिलने के बाद जांच बैठा दी है। खरीदारों को दफ्तर में बुलाकर जरूरी दस्तावेजों को ले लिए हैं। जल्द ही जांच टीम बैंक, प्राधिकरण और बिल्डर से जानकारी एकत्रित करेगी। खरीदारों ने एटीएस ड्रीम जोन प्राइवेट लिमिटेड और एटीएस इंफ्रास्टक्चर प्राइवेट लिमिटेड पर फंड डायर्जन और ठगी करने का आरोप लगाया था। नोएडा प्राधिकरण ने यहां पर बिल्डर को करीब 5 एकड़ जमीन का आवंटन किया था।

प्राधिकरण के खाते में जमा नहीं हुई किश्त
इस मामले में खरीदारों ने बताया कि कि एटीएस बिल्डर ने 16 जून 2021 को जारी अस्थाई ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट (ओसी) दिखाकर खरीदारों से पैसे लिए जबकि परियोजना में काफी  निर्माण अटका पड़ा हुआ है। बिल्डर ने जमीन लेने की एवज में 30 जून 2021 को पहली, दिसंबर 2021 में दूसरी, जून 2022 में तीसरी और दिसंबर 2022 में चौथी किश्त नोएडा प्राधिकरण के खाते में जमा नहीं कराई। बिल्डर पर अब अथॉरिटी का लगभग 25 करोड़ रुपए बकाया हो गया है।

बुकिंग कराने वाले गए फंस
इस वजह से 7 जून 2022 में नोएडा प्राधिकरण ने जमीन का आवंटन निरस्त कर दिया था। जमीन का आवंटन निरस्त किए जाने से इस परियोजना में दुकान, ऑफिस स्पेस आदि की बुकिंग कराने वाले फंस गए हैं। खरीदारों का आरोप है कि जमीन का आवंटन निरस्त होने के बाद भी बिल्डर बचे पैसे देने के लिए लिए लगातार दबाव डाल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिल्डर अब पार्किंग भी बेचने की कोशिश में है।

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