Noida News : गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और बागपत में रहने वाले लोगों के लिए बड़ी खबर है। इन जिलों से होकर गुजरने वाले ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे और दिल्ली-लेह लद्दाख एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर से मुंबई, शिमला, लेह, लद्दाख और देहरादून जाने वालों को शानदार कनेक्टिविटी मिलेगी। मतलब दिल्ली एनसीआर के बाशिंदे अब पहाड़ और समंदर तक सरपट घूमने सरपट जा सकते हैं। आपको बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, दिल्ली-देहरादून और दिल्ली-लद्दाख एक्सप्रेसवे साल 2024 तक बनकर तैयार हो जाएंगे। आपको बता दें कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे हरियाणा के कुंडली से शुरू होकर पलवल तक जाएगा। इसकी लंबाई 135 किलोमीटर है।
10 राज्यों के बीच होगी सुपरफास्ट कनेक्टिविटी
यह तीनों एक्सप्रेसवे दिल्ली-एनसीआर को देश के 10 राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ और जम्मू कश्मीर से फ़ास्ट कनेक्टिविटी से जोड़ देंगे। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को विश्वस्तरीय मानकों के अनुरूप बनाने के लिए नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे हरियाणा के कुंडली से शुरू होकर यूपी के बागपत, गाजियाबाद, नोएडा-ग्रेटर नोएडा होते हुए पलवल तक लगभग 135 किमी लंबा है। इस एक्सप्रेसवे पर सफर करना अब अगले कुछ महीनों में और आसान होने वाला है। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का निर्माण सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में करवाया गया था। अदालत ने समय सीमा तय करके निर्माण करवाया था। जिसके चलते आनन-फानन में एक्सप्रेसवे बनाया गया। इस महामार्ग में तमाम कमियां हैं। जिन्हें अब दूर किया जा रहा है।
ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक बढ़ेगा और सुविधाएं भी बढ़ेंगी
एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के ऊपर वाहनों का दबाव काफी बढ़ने वाला है। मार्च 2024 तक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। इसके साथ ही अगले कुछ महीनों में इसे यमुना एक्सप्रेसवे से भी जोड़ दिया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 30 किलोमीटर लंबी छह लेन का नया एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। एनएच-24 पहले से ही ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जुड़ा हुआ है। एनएचएआई के मुताबिक इस एक्सप्रेसवे पर कई और तरह की सुविधाएं अगले कुछ महीनों में मिलनी शुरू हो जाएंगी। यह एक्सप्रेसवे यूपी, एमपी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, एमपी, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड से लेकर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख तक जाने वाले महमार्गों को आपस में जोड़ने वाला है। कुल मिलाकर यह एक्सप्रेसवे दिल्ली-एनसीआर को देश के कई अन्य राज्यों से भी जोड़ने में मददगार साबित होने वाला है।