नोएडा के स्कूलों  में बच्चों के बाद अब टीचर भी अनसेफ, जानिए कब-कब हुई शर्मनाक घटना

बड़ी खबर : नोएडा के स्कूलों में बच्चों के बाद अब टीचर भी अनसेफ, जानिए कब-कब हुई शर्मनाक घटना

नोएडा के स्कूलों  में बच्चों के बाद अब टीचर भी अनसेफ, जानिए कब-कब हुई शर्मनाक घटना

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Noida News : नोएडा के नामी स्कूलों में अभी तक बच्चों के साथ गलत हरकत करने के मामले सामने आ रहे थे। लेकिन अब महिला टीचरों के साथ भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। नोएडा के एक प्ले स्कूल में महिला टीचरों के वाशरूम में स्पाई कैमरा लगा मिला है। एक टीचर की शिकायत पर पुलिस ने स्कूल के डायरेक्टर को गिरफ्तार किया है। वैसे तो जिले में महिला टीचरों के साथ यह पहला मामला है। लेकिन बच्चों के साथ कई मामले सामने आ चुके हैं। 

स्कूल में बच्ची से छेड़छाड़
नोएडा के सेक्टर 24 थाना क्षेत्र के सेक्टर 12 स्थित एक मॉडर्न स्कूल में छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। स्कूल में काम करने वाले एक कर्मचारी ने एक बच्ची से छेड़छाड़ की थी। बच्ची ने घर जाकर अपनी आपबीती बताई थी। पुलिस ने घटना को छिपाने के लिए आरोपी के साथ ही स्टाफ पर भी कार्रवाई की थी। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए स्कूल टीचर, प्रिंसिपल, ठेकेदार और एक अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस मामले की शुरूआत में इन सभी आरोपियों ने मामले को छुपाने के साथ बच्ची के परिजनों को भी बरगलाने की कोशिश की थी। बताया जाता है कि आरोपियों ने पुलिस को भी गलत जानकारी दी थी। लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल किया। 

केंब्रिज स्कूल में मासूम से हैवानियत 
सेक्टर 27 स्थित केंब्रिज स्कूल में एक मासूम बच्ची से छेड़खानी की गई थी। स्कूल के ही स्टॉफ ने ही मासूम से हैवानियत की थी। घटना के बाद स्कूल प्रिंसिपल और प्रबंधन ने मामले को मीडिया से छुपाने की कोशिश भी की। लेकिन इस मामले में अभिभावकों ने जमकर बवाल काटा। जिसके बाद पुलिस अधिकारियों और डीएम को सामने आना पड़ा। जिसके बाद इस मामले में सही तरीके से कार्रवाई की गई। डीएम ने खुद आगे आकर इस पूरे मामले को लीड किया था। इससे पहले भी कई स्कूलों में छात्र और छात्राओं के साथ गलत हरकत करने के मामले सामने आ चुके हैं। सभी मामलों में पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई थी। 

सेक्स एक्जीबिशनिज्म से पीड़ित होते हैं आरोपी 
ऐसी हरकतें करने वाले पुरुष मानसिक रूप से बीमार होते हैं। इस बीमारी को मनोवैज्ञानिक भाषा में सेक्स एक्जीबिशनिज्म कहते हैं। सेक्स एक्जीबिशनिज्म का मुख्य कारण पोर्न वीडियो हैं। पोर्न पुरुषों के मन में महिलाओं और छोटी बच्चियों के प्रति यौन दुराचार की स्वीकृति लाता है। गलत सोच वाले पुरुषों को लगता है कि अगर वे ऐसा करेंगे तो महिलाओं और छोटी बच्चियों को अच्छा लगेगा। वे बस हिचकिचाते हैं, लेकिन उन्हें हमें ऐसे देखना अच्छा लगता है। यह सारी सोच पोर्न देखने की वजह से बनती है। भारत में सेक्स एजुकेशन की कमी के कारण सेक्स का सारा ज्ञान 'पोर्न' फिल्मों के जरिए ही आता है। इसीलिए कई विशेषज्ञ पोर्न को खराब सेक्स टीचर तक कहते हैं।

क्या इस बीमारी का कोई इलाज है? 
डॉक्टरों के मुताबिक इस बीमारी से पीड़ित लोग भी ठीक हो सकते हैं। कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी (सीबीटी) से बीमार व्यक्ति को समस्याओं का सामना करना सिखाया जाता है। ऐसे लोगों के दूसरों के साथ अच्छे संबंध भी नहीं होते। डॉक्टर रिश्तों से जुड़ी उनकी समस्याओं का समाधान भी करते हैं। उनके जीवन से जुड़े डर और दर्द को दूर करना होता है। अगर कुछ लोग चिंता या अवसाद से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर सबसे पहले उस समस्या पर काम करते हैं और फिर आगे का इलाज शुरू करते हैं। 

सपोर्ट सिस्टम जरूरी 
मानसिक रूप से बीमार लोगों को सपोर्ट सिस्टम देना जरूरी है। यह सिस्टम दोस्तों, परिवार जैसे किसी का भी हो सकता है। ऐसे मरीजों के लिए जरूरी है कि उनके आसपास का माहौल सकारात्मक हो। डॉक्टर इन मरीजों की उन समस्याओं पर काम करते हैं जिनकी वजह से वे सेक्स एग्जीबिशनिस्ट बन गए हैं।

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