Noida News : भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में तख्ता पलट होने के बाद लगातार हिंसा का दौर जारी है। बांग्लादेश की बर्बादी से नोएडा के कारोबार पर बड़ा प्रभाव पड़ने वाला है। मतलब नोएडा के गारमेंट एक्सपोर्ट मार्केट में बूम आने वाला है। नोएडा के कारोबारी इसे आपदा में अवसर मानकर चल रहे हैं।
गारमेंट के कारोबार में बांग्लादेश बड़ा प्रतिद्वंद्वी
नोएडा गारमेंट एक्सपोर्ट क्लस्टर के चेयरमैन ललित ठुकराल ने कहा कि रेडीमेड गारमेंट के कारोबार में बांग्लादेश उनका सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी है। उसे हमसे ज्यादा ऑर्डर मिलते हैं और वह निर्यात भी ज्यादा करता है। जारा और मैंगो जैसे बड़े ब्रांड अपने ऑर्डर बांग्लादेश से तैयार करवाते हैं, लेकिन उम्मीद है कि बांग्लादेश में जारी हालात के चलते वे भारत लौटकर ये ऑर्डर हासिल करेंगे।
आठ से दस अरब डॉलर के मिल सकते हैं आर्डर
ललित ठुकराल ने कहा कि इन बिगड़ते हालातों के चलते उन्हें करीब आठ से दस अरब डॉलर के ऑर्डर मिल सकते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अन्य देशों में उन पर कोई ड्यूटी नहीं है और भारत में यह नौ फीसदी है। जीएसटी और अन्य टैक्सों के चलते यहां उत्पाद तैयार करना महंगा भी है। सरकार को इसमें राहत देनी चाहिए। वियतनाम, चीन और इंडोनेशिया के कारोबारी भी ये ऑर्डर लेने में लगे हैं। वहां मिलने वाली सरकारी सुविधाओं के चलते उनके उत्पाद सस्ते भी हैं।
बांग्लादेश के बिगड़ते हालातों का होगा सीधा फायदा
एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैन्यूफैक्चरर्स के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुलमणि गुप्ता ने कहा कि बांग्लादेश के बिगड़ते हालातों का सीधा फायदा नोएडा के रेडीमेड गारमेंट निर्यातकों को मिलेगा। उन्होंने नोएडा में काफी बड़े तादाद में रेडीमेड गारमेंट के कारोबारी हैं। बांग्लादेश के बिगड़ते हालात की वजह से अब नोएडा के गारमेंट कारोबार को ऑक्सीजन मिलेगा।