Tricity Today | नोएडा के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह
Noida News : भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) पर शुक्रवार को दोपहर बाद राजस्थान के अलवर में हमला किया गया। यह जानकारी मिलते ही गौतमबुद्ध नगर में भारतीय किसान यूनियन ने नोएडा चिल्ला बॉर्डर जाम कर दिया। अब से थोड़ी देर पहले नोएडा के अपर पुलिस उपायुक्त रणविजय सिंह ने किसान नेताओं से बातचीत की। जिसके बाद नोएडा-दिल्ली बॉर्डर किसानों ने फिलहाल खाली कर दिया है। किसानों ने केंद्र सरकार को 24 घंटे का समय दिया है। कहा है कि अगर हमलावरों पर सख्त एक्शन नहीं किया गया और राकेश टिकैत को सिक्योरिटी नहीं दी गई तो दिल्ली जाने वाले सारे रास्ते बंद कर दिए जाएंगे।
भारतीय किसान यूनियन गौतमबुद्ध नगर के अध्यक्ष पवन खटाना के नेतृत्व में किसान चिल्ला बॉर्डर पहुंचे। बीच सड़क पर बैठ गए। जिससे दिल्ली और नोएडा के बीच ट्रैफिक पूरी तरह थम गया। जानकारी मिलने के बाद आनन-फानन में नोएडा के एडीसीपी कुमार रणविजय सिंह के नेतृत्व में फोर्स मौके पर पहुंचा। दूसरी ओर दिल्ली से डीसीपी भी पुलिस लेकर पहुंचे। पुलिस अफसरों ने भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों से बातचीत की। पवन खटाना ने कहा, "अभी हम लोगों ने पुलिस अफसरों की अपील पर रास्ता खोल दिया है। हमने साफ तौर से दो मांगे रखी हैं। सबसे पहले राकेश टिकैत पर हमला करने वाले भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजा जाए। राकेश टिकैत को जेड प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी दी जाए।"
पवन खटाना ने चेतावनी दी है कि अगर शनिवार की शाम तक यह दोनों मांगे केंद्र सरकार ने नहीं मानीं तो दिल्ली जाने वाले सारे रास्ते बंद कर दिए जाएंगे। भारतीय किसान यूनियन नोएडा में चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी और कालिंदी कुंज मार्ग को बंद कर देगी। इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार होगी। दूसरी और अगर राकेश टिकैत को कुछ भी हुआ तो उसके लिए देश के गृहमंत्री जिम्मेदार होंगे। पवन खटाना ने कहा, "केंद्र सरकार गुंडों के जरिए किसान नेताओं पर हमले करवा रही है। इससे मनोबल गिरने वाला नहीं है। दूसरी ओर नाचने गाने वालों को सुरक्षा देकर देश में घुमाया जा रहा है। देश की जनता सरकार का यह रवैया भली-भांति समझ रही है। इससे यह किसान आंदोलन खत्म होने वाला नहीं है। अगर राकेश टिकैत कुछ भी हुआ तो हालात बिगड़ेंगे। जिसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।"
पुलिस अधिकारियों और किसानों के बीच बातचीत के बाद जिला बॉर्डर खोल दिया गया है। यातायात बहाल हो गया है। नोएडा के एडीसीपी कुमार रणविजय सिंह ने कहा कि किसानों से बातचीत हुई है। उन्हें आश्वासन दिया गया है कि उपयुक्त स्तर तक उनकी बात पहुंचाई जाएगी। किसानों ने 24 घंटे में कार्यवाही करने की बात कही है। हमने उन्हें कहा है कि सार्वजनिक मार्ग रोकने से लोगों को असुविधा होगी। ऐसा नहीं करें।
दूसरी ओर किसानों के सड़क पर आने के चलते नोएडा और दिल्ली के बीच यातायात पूरी तरह ठप हो गया। करीब एक घंटे तक यह हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। जिसकी वजह से नोएडा और दिल्ली की तरफ वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई। किसानों के हटने के बाद नोएडा ट्रैफिक पुलिस यातायात को संभालने में जुटी है। पुलिस का कहना है कि अगले कुछ समय में नोएडा और दिल्ली के बीच यातायात पूरी तरह सामान्य हो जाएगा। आपको बता दें कि इससे पहले भी किसानों ने करीब डेढ़ महीने तक चिल्ला बॉर्डर को बंद करके रखा था। गौतमबुद्ध नगर पुलिस और किसानों के बीच कई दौर की वार्ता के बाद इस मार्ग को खोला गया था। पिछले दिनों नोएडा आए राकेश टिकैत ने चिल्ला बॉर्डर एक बार फिर बंद करने की चेतावनी दी थी। जिस पर शहर के लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।