Noida News : जिले के बाजारों में पिछले करीब एक साल से रिफाइंड से बना पनीर बिक रहा है। इसका खुलासा फूड विभाग की जांच में हुआ है। दरअसल, फूड डिपार्टमेंट की टीम ने दिसम्बर 2023 में पनीर की जांच के लिए विशेष अभियान चलाया था। इस दौरान टीम द्वारा नोएडा, ग्रेनो, दादरी और जेवर स्थित अलग-अलग दुकानों, रेस्तरां और पनीर भंडार से 18 नमूने लिए थे। करीब तीन महीने बाद इनमें से कुछ नमूनों की रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें तीन नमूने असुरक्षित मिले, जबकि पांच सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे। इसके बाद फूड डिपार्टमेंट एक्शन में आया है। डिपार्टमेंट की तरफ से एडीएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया है।
पनीर में चिकनाई के लिए मिलाते हैं रिफाइंड
फूड विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक नोएडा सेक्टर-62 स्थित रेड तंदूर रेस्तरां और सेक्टर-62 के लक्ष्मी डेयरी से लिया गया नमूना असुरक्षित निकला। इसके अलावा जेवर टोल प्लाजा पर एक गाड़ी से लिया गया सैंपल भी असुरक्षित पाया गया। गाड़ी अलीगढ़ से पनीर लेकर दिल्ली जा रही थी। हनीफ की गाड़ी आरिफ चला रहा था। वहीं, भंगेल रोड स्थित शिव डेयरी, कासना स्थित पारस ब्रांड पनीर, नोएडा स्थित सेक्टर-75 स्थित मैक्स हाइपर मार्केट इंडिया और अन्य से लिए गए सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे। इस पांचों नमूने में वसा की मात्रा कम पाई गई।बताया जा रहा है कि पनीर बनाने से पहले आरोपी दूध से क्रीम निकाल लेते हैं। इसके बाद रिफाइंड मिलाकर पनीर बनाते है। चिकनाई के लिए दूध में रिफाइंड या अन्य तेल मिलाया जाता है। घी की जगह रिफाइंड से काम लिया जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
मिलावटी पनीर के खिलाफ फिर चलेगा अभियान
चीफ फूड इंस्पेक्टर अक्षय गोयल ने बताया कि मिलावटी पनीर के खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया था। इस दौरान दौरान कुछ नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए थे। इनमे से 8 नमूने मानको पर खरे नहीं उतरे हैं। जिसके बाद मामले में एडीएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया है। उन्होंने बताया कि मिलावटी पनीर के खिलाफ फिर से अभियान चलाया जाएगा।