Noida : नोएडा में स्पोर्ट्स सिटी परियोजना की गति काफी स्लो चल रही है। इस प्रोजेक्ट को रफ्तार देने की कवायद एक बार फिर नोएडा अथॉरिटी ने शुरू कर दी है। स्पोर्ट्स सिटी प्रॉजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए सोमवार को नोएडा अथॉरिटी में बैठक हुई। मकसद यह था कि अथॉरिटी की कंसल्टेंट एजेंसी स्पोर्ट्स सिटी प्रॉजेक्ट को आगे बढ़ाने को लेकर रिपोर्ट का प्रजेंटेशन देगी। इसके बाद इस रिपोर्ट के आधार पर आगे का रोडमैप तैयार किया जाएगा, लेकिन एजेंसी की रिपोर्ट आधी-अधूरी थी।
अथॉरिटी ने नोटिस जारी किया था
इस पर अथॉरिटी सीईओ रितु माहेश्वरी ने नाराजगी जताई है। सीईओ ने प्लानिंग विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि 1 हफ्ते में रिपोर्ट दोबारा सभी तथ्यों के साथ तैयार करवा कर बैठक करें। इससे पहले जमीन अलॉट किए जाने के करीब 12 साल बाद भी स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट पूरा नहीं होने पर नोएडा अथॉरिटी ने नोटिस जारी किया था। दरअसल, प्राधिकरण ने साल 2008-09 से 12-13 के बीच सेक्टर-78, 79 और 101 में स्पोर्ट्स सिटी के तहत बिल्डरों को भूखंड आवंटित किए थे। ये करीब 300 हेक्टेयर जमीन है। इस प्रोजेक्ट के निर्माण के लिए नोएडा अथॉरिटी ने स्काईलाइन आर्किटेक्चरल कंपनी का चयन किया है।
रिहायशी टावर तो खड़े लेकिन खेल सुविधाओं नहीं
स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट से जुड़ी ये जमीन नोएडा के सेक्टर-78, 79 और 101 में दी गई थी। इस प्रोजेक्ट में कई बिल्डर्स को शामिल किया गया था, जिन्हें रेजिडेंशियल सोसाइटी के साथ ही खेल सुविधाओं पर भी काम करना था, लेकिन ज्यादातर बिल्डर्स ने रिहायशी टावर तो खड़े कर दिए लेकिन खेल सुविधाओं पर काम नहीं किया। संबंधित भूखंडों पर बिल्डर को 70 प्रतिशत हिस्से में खेल सुविधाएं, 28 प्रतिशत में ग्रुप हाउसिंग और 2 प्रतिशत हिस्से में व्यावसायिक गतिविधियों का प्रयोग करना था लेकिन उन्होंने करीब 30 प्रतिशत हिस्से में आवासीय संपत्ति को बना बेचना शुरू कर दिया। इसके बाद प्राधिकरण का बकाया भी नहीं दिया।