जहरीली हवा से बीमार पड़ने लगे लोग, आंखों जलन और सांस फूलने की शिकायत लेकर पहुंच रहे मरीज

दिल्ली एनसीआर की फूलने लगीं सांसें : जहरीली हवा से बीमार पड़ने लगे लोग, आंखों जलन और सांस फूलने की शिकायत लेकर पहुंच रहे मरीज

जहरीली हवा से बीमार पड़ने लगे लोग, आंखों जलन और सांस फूलने की शिकायत लेकर पहुंच रहे मरीज

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Noida News : राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और उससे सटे पूरे एनसीआर की आबोहवा जहरीली होती जा रही है। खराब वायु गुणवत्ता के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालात ये आ चुके हैं कि अस्पतालों में दमें और सांस उखड़ने-फूलने की शिकायतें लेकर पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। सबसे ज्यादा परेशानी बुर्जुगों और छोटे बच्चों को हो रही है। खराब वायु गुणवत्ता को देखते हुए दिल्ली में दो दिनों के लिए स्कूल बंद कर दिए गए हैं। 

ओपीडी में 20 फीसदी बढ़े मरीज
दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल के पल्मोनोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. नीरज गुप्ता के अनुसार, खराब हो चुकी एयर क्वालिटी के चलते अब अस्पतालों में मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। अधिकतर मरीजों को सांस संबंधित परेशानियां हो रही हैं। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि प्रदूषण के चलते हर साल मरीजों की संख्या बढ़ती रहती है। सफदरजंग अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या में 20 फीसदी वृद्धि हुई है। डॉ. गुप्ता ने कहा कि पिछले सप्ताह से मरीजों में समस्याएं बढ़ने लगी हैं और कई लोगों को सूखी खांसी, आंखों और गले में जलन के साथ-साथ सांस लेने में कठिनाई हो रही है। डॉ. एसके काबरा ने कहा कि माइक्रो डस्ट पार्टिकल के चलते सूजन, जलन, घबराहट और खांसी की समस्या शुरू हो जाती है। 

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव पर निशाना
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर के नोएडा, फरीदाबाद, गुरुग्राम और गाजियाबाद में वायु प्रदूषण गंभीर स्थिति में पहुंच चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के कारण हवा की गुणवत्ता खराब हुई है। इस बीच, एक नया अपडेट सामने आया है। दिल्ली में केजरीवाल सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री कहां हैं? बता दें कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता शुक्रवार की सुबह गंभीर प्लस श्रेणी में आ गई है। ये प्रदूषण की एक ऐसी कैटेगरी है, जिसमें ट्रकों, कमर्शियल चार पहिया वाहनों और सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगाते हुए इमरजेंसी उपाय शुरू किए जा रहे हैं।

ऐसे समझें AQI की गणित
शून्य और 50 के बीच एक AQI को अच्छा माना जाता है। 51-100 के बीच संतोषजनक, 101-200 के बीच मध्यम, 201-300 के बीच खराब, 301-400 के बीच बहुत खराब और 401-500 के बीच गंभीर और 500 से ऊपर यह खतरनाक स्थिति होती है। 

सभी स्कूल दो दिन के लिए बंद
दिल्ली का AQI गंभीर हो चुका है। वैज्ञानिकों ने हवा की गुणवत्ता में और ज्यादा गिरावट की चेतावनी जारी की है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि गुरुवार रात 10 बजे AQI गिरकर 422 पर पहुंच गया, जो इस सीजन का सबसे खराब स्तर है। AQI बुधवार को 364, मंगलवार को 359, सोमवार को 347, रविवार को 325, शनिवार को 304 और शुक्रवार को 261 था। बता दें कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सभी सरकारी और निजी प्राथमिक विद्यालय अगले 2 दिनों तक बंद रखने का आदेश दिया है।

दिल्ली एनसीआर के प्रमुख स्थानों की एक्यूआई
नोएडा सेक्टर-62 में 488, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम नई दिल्ली 498 और गाजियाबाद में 488 रिकार्ड किया गया। ये सभी गंभीर की श्रेणी में आते हैं। नोएडा सेक्टर-62 में 488, ग्रेटर नोएडा 485, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम नई दिल्ली 498 और गाजियाबाद में 488, बागपत 420, हापुड़ 389, मेरठ 385, बुलंदशहर 332 और मुजफ्फरनगर 245 रिकार्ड किया गया। ये सभी गंभीर की श्रेणी में आते हैं।

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