Noida News : नोएडा में बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए 20 करोड़ रुपये के टेंडरों के कार्यों की समीक्षा की जाएगी। इस दौरान यह देखा जाएगा कि बिजली निगम के ठेकेदारों ने जमीनी स्तर पर कितना काम किया है। साथ ही फाइलों में कितना काम दिखाया है। इस जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि ठेकेदारों ने जारी टेंडरों का कितना पैसा कार्यों में लगाया और कितना अपनी जेब में रखा है।
20 करोड़ रुपये से अधिक का टेंडर हुआ था जारी
बिजली निगम की ओर से पिछले वर्ष बिजनेस प्लान समेत अन्य योजनाओं के तहत 20 करोड़ रुपये से अधिक के टेंडर जारी किए गए थे। तब योजना थी कि शहर के बिजली ढांचे को युद्ध स्तर पर सुधारा जाएगा। इसके लिए 31 मार्च 2023 तक सभी कार्य पूरे करने का लक्ष्य भी रखा गया था। लेकिन बिजली निगम की सारी तैयारियां धरी की धरी रह गईं। अधिकांश ठेकेदारों के टेंडर कार्य अभी तक पूरे नहीं हो पाए हैं। फोनरवा के महासचिव केके जैन ने आरोप लगाया कि बिजली निगम के ठेकेदारों और इंजीनियरों की मिलीभगत से टेंडर के कार्य पूरे नहीं हुए हैं और पूरी राशि भी जारी कर दी गई है। इसकी जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।
कार्यों में लापरवाही की शिकायतें मिली
बिजली निगम, अधिशासी अभियंता द्वितीय, प्रमोद जगोनिया ने बताया कि कुछ टेंडर कार्यों में लापरवाही की शिकायतें मिली हैं। ऐसी फाइलों की जांच कराई जाएगी। देखा जाएगा कि जमीनी स्तर पर कितना काम हुआ है। अनियमितता मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।