Noida : जल विभाग से संबंधित कामकाज की नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बुधवार को समीक्षा की। समीक्षा में पानी की गुणवत्ता बढ़ाने की योजनाओं पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए। इसके अलावा 31 दिसंबर तक शहर के आंतरिक हिस्से में गंगाजल वितरण का काम लक्ष्य के मुताबिक नहीं किए जाने पर यूआरएनएन और यूपी जल निगम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। सिंचाई के लिए ट्रीटेंड वाटर लाइन बिछाने से संबंधित प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
3 रेनीवेल के लिए 15 दिसंबर तक टेंडर जारी
सीईओ ने कहा कि 3 रेनीवेल के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है जबकि बाकी 3 रेनीवेल के लिए 15 दिसंबर तक टेंडर जारी कर दिए जाएं। वाटर मीटर लगाने का काम कर रही एजेंसी अगर 31 दिसंबर तक 5 हजार मीटर लगाने का काम पूरा नहीं करती है तो काफी अधिक राशि का जुर्माना लगाया जाएगा। कोंडली नाले में सेक्टर-50 के सामने तैयार हो चुके वेटलैण्ड में अप और डाउन स्ट्रीम में एलईडी डिस्पले बोर्ड के साथ ऑनलाइन मॉनीटीरिंग सिस्टम 31 दिसंबर तक लगाने और अन्य 2 इन सेतु वेटलैण्ड काम 31 जनवरी तक पूरा करने के निर्देश दिए। नए सेक्टरों सेक्टर-145, 146, 164 में जल-सीवर से संबंधित काम के लिए 15 दिसंबर तक टेंडर जारी करने के निर्देश दिए।
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर एनजीटी के निर्देश
उपभोक्ताओं को जल बकाए से संबंधित जानकारी देने के लिए एसएमएस, ईमेल अलर्ट के लिए 31 जनवरी तक एप बनाने के निर्देश दिए। जल खंड-1 में 7 अक्रियाशील नलकूपों को जनवरी अंत तक शुरू करने के निर्देश दिए। सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर एनजीटी के निर्देश के तहत टीटीपी लगाने के लिए सीईओ ने कहा। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में वाटर प्लस श्रेणी में जिन नालों की जांच केंद्र सरकार की टीम ने की थी, उनकी वर्तमान सटीक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। वाटर प्लस श्रेणी में आने के लिए नालों मे जरूरी सुधार किए जाएं।
2023 से गंगाजल वितरण
सीईओ ने कहा कि वर्ष 2009 में यूआरएनएन नोएडा प्राधिकरण के बीच 80 क्यूसेक गंगाजल आंतरिक वितरण परियोजना को लेकर एमओयू हुआ था। एमओयू के तहत अभी तक कई सेक्टरों में आवश्यकता के तहत गंगाजल नहीं पहुंच पा रहा है। ऐसे में अगर यूआरएनएन ने 31 दिसंबर तक काम पूरा नहीं किया तो एफआईआई दर्ज कराई जाएगी। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश जल निगम को गंगाजल की अन्य लाइन 37.5 क्यूसेक का वितरण करना है, यह काम भी अगर 31 दिसंबर तक पूरा नहीं हुआ तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इस अतिरिक्त लाइन के लिए मार्च 2023 से गंगाजल वितरण किया जाएगा।