पीने लायक नहीं ग्राउंड वाटर, निवासियों को बीमार होने का सता रहा डर

नोएडा की हाईराइज सोसाइटी में बढ़ी चिंता : पीने लायक नहीं ग्राउंड वाटर, निवासियों को बीमार होने का सता रहा डर

पीने लायक नहीं ग्राउंड वाटर, निवासियों को बीमार होने का सता रहा डर

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Noida News : नोएडा में वायु प्रदूषण से परेशान लोगों की चिंता प्रदूषित पानी ने बढ़ा दी है। भूजल लगातार प्रदूषित हो रहा है। इसे लेकर भूजल विभाग की ओर से सर्वे किया गया, जिसकी रिपोर्ट चौंकाने वाली आई है। कई इलाकों में टीडीएस (टोटल डिजॉलव्ड सॉलिड) 500 से लेकर 2200 मिलीग्राम प्रति लीटर तक पहुंच गया है। 300 से कम टीडीएस पीने योग्य माना जाता है। इतनी खराब स्थिति होने के बावजूद सोसाइटी में करीब एक साल से गंगाजल सप्लाई नहीं हो रही है। ऐसे में प्रतीक लॉरेल सोसाइटी में प्रदूषित पानी ने निवासियों की चिंता बढ़ा दी है।

गंगाजल की सप्लाई कब?
सेक्टर-120 में प्रतीक लॉरेल के सचिव अविनाश कुमार ने बताया कि सोसाइटी के एओए पदाधिकारियों द्वारा इस के संबंध में जल विभाग और नोएडा ऑथरिटी को कई बार अलग-अलग माध्यमों से सूचना दी गयी है। लेकिन, उसके बावजूद गंगाजल की आपूर्ति बहाल नहीं की गयी। लोगों को मजबूरन बाहर से पानी खरीदकर इस्तेमाल करना पड़ रहा है। ऐसे में लोग यही सवाल कर रहे हैं कि आखिर गंगाजल की सप्लाई कब शुरू होगी?

पेट और त्वचा संबंधित बीमारी की शिकायत
सेक्टर-78 की अंतरिक्ष गोल्फ व्यू -2 में रहने वाले रंजन समतराय ने बताया कि सोसाइटी में इसके कारण हजारों की संख्या में लोगों को स्वच्छ जल नहीं मिल पा रहा है। वहीं, आरओ भी पानी की खराब गुणवत्ता के चलते समय से पहले खराब हो रहे हैं। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, खराब पानी के चलते पेट से संबंधित बीमारियां हो रहीं हैं। इसके कारण पेट और त्वचा संबंधित बीमारी की शिकायत सोसायटी निवासियों की तरफ से की जा रही है।

किडनी और लीवर पर असर
डॉक्टरों का कहना है कि यदि पीने वाले पानी में टीडीएस अधिक है और उसका नियमित रूप से सेवन किया जा रहा है, तो धीरे-धीरे यह किडनी और लीवर को प्रभावित करने लगता है। टीडीएस ज्यादा होने की वजह से आरओ सिस्टम भी जल्दी जल्दी खराब होता है।

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