Noida news : नोएडा में विभिन्न क्षेत्रों में बिल्डर द्वारा निर्मित फ्लैट्स की रजिस्ट्री (पंजीकरण) स्टांप विभाग द्वारा बिल्डर की विभिन्न कमियों के कारण रुकी पड़ी है। साथ ही बहुत सारे बिल्डर्स द्वारा निर्मित इन फ्लैट्स की रजिस्ट्री या तो बिल्डर द्वारा नोएडा प्राधिकरण के नियमों की अवहेलना और समय पर प्लॉट की किस्तों का पेमेंट ना करना या समय पर कंपलीशन सर्टिफिकेट नहीं ले पाने की वजह से खरीदार अर्थात आवंटी, नोएडा में इन फ्लैट्स में रहने वाले अथवा इन फ्लैट्स को खरीदने वाले लोगों को बेवजह ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नोएडा सेक्टर-18 मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स दिल्ली-एनसीआर के संयोजक सुशील कुमार जैन ने शुक्रवार को नोएडा के विधायक पंकज सिंह से मुलाकात की है। उन्होंने नोएडा वासियों की समस्याओं को पंकज सिंह से अवगत करवाया और सीएम योगी के नाम पत्र दिया है।
सुशील कुमार ने बताया कि फ्लैट्स में रहने वाले लोग आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे है। फ्लैट में रहने वाले लोगो को अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। फ्लैट्स के खरीदार जो कि नोएडा के निवासी है और काफी सालों से इन फ्लैट्स में रह रहे हैं। उनको इन फ्लैट्स का मालिकाना हक स्टाम्प विभाग के साथ रजिस्ट्री होने पर ही प्राप्त होगा। जो कि नहीं हो पा रहा है। क्योंकि यह मामला काफी सालों से लंबित है। बहुत सारे खरीदार ऐसे भी हैं, जिन्होंने समय पर अपने संपत्ति के लगने वाले स्टांप विभाग में जमा किए हुए हैं। फिर भी उन्हें रजिस्ट्री नहीं कराने की दी जा रही है।
यह मामला हजारों आवंटी जोकि इन फ्लैट्स में ज्यादातर रहते हैं और आगामी चुनावों में इन खरीदारों की वोट एक सामूहिक निर्णय का स्वरूप बन सकती है। नोएडा प्राधिकरण और खरीदारों के बीच बिल्डर द्वारा अलॉट किए गए फ्लैट जब से यह अलॉट किए गए, तब की वास्तविक कीमत के आधार पर इनका पंजीकरण करवाना चाहिए। सर्किल रेट आदि बढ़ने के कारण जो रजिस्ट्री पर लगने वाले स्टाम्प की कीमत भी समय के साथ ज्यादा बढ़ती जा रही है।
फ्लैट मे रहने वाले निवासीयों का कहना है कि इसमें सारी गलती या तो बिल्डर्स की है या फिर प्राधिकरण की। उसकी रजिस्ट्री कराने के लिए वह बार-बार बिल्डर एवं प्राधिकरण के चक्कर लगा रहा है। लोगो का कहना है कि आज भी हजारों फ्लैट ऐसे हैं। जिनकी रजिस्ट्री की परमिशन नहीं दी जा रही है। इस वजह से खरीदारों को अपनी संपत्ति का मालिकाना हक नहीं मिल पा रहा है और ना ही वह इस संपत्ति को आगे किसी को बेचने के लायक है।
सर्किल रेट बढ़कर कई गुने
जिसमें आज सर्किल रेट बढ़कर कई गुने हो चुके हैं। जिस वजह से लोगो को बेवजह परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नोएडा प्राधिकरण को जल्द ही एक्शन लेना होगा कि जो संपत्ति के भुगतान किए गए उन्हीं पर यह पंजीकरण होना चाहिए।