योगी आदित्यनाथ के फैसले से प्रवासी मजदूर नोएडा छोड़ने को मजबूर, गांव जाते हुए सुनाई आपबीती

BIG BREAKING : योगी आदित्यनाथ के फैसले से प्रवासी मजदूर नोएडा छोड़ने को मजबूर, गांव जाते हुए सुनाई आपबीती

योगी आदित्यनाथ के फैसले से प्रवासी मजदूर नोएडा छोड़ने को मजबूर, गांव जाते हुए सुनाई आपबीती

Tricity Today | प्रवासी मजदूर नोएडा छोड़ने को मजबूर

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाॅकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर दी है। जिसके बाद अब प्रवासी मजदूर अपने गांवों के लिए पलायन करने लगे है। योगी आदित्यनाथ के फैसले के बाद उत्तर प्रदेश की आर्थिक शहर गौतमबुद्ध नगर से सोमवार को प्रवासी मजदूर घर जाते दिखाई दिए है। दिहाड़ी मजदूरों ने पलायन करना शुरू कर दिया है, जिले की सड़कों पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा है। मजदूर लॉकडाउन बढ़ने के कारण पलायन करने को मजबूर हो गए है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी टीम के साथ बैठक करते हुए फैसला लिया है कि अब उत्तर प्रदेश में गुरूवार की सुबह 7 बजे तक लाॅकडाउन लागू रहेगा। योगी आदित्यनाथ के इस फैसल के बाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रहने वाले मजदूरों के लिए घर वापस जाना मजबूरी बन गया है। भारी संख्या में दिहाड़ी मजदूर पलायन कर के अपने गांवों की ओर जा रहे है। शहर की सड़कें पूरी तरह खाली पड़ी है। 

पूरी जवानी नोएडा में गुजरी
सोमवार को नोएडा के छलेरा गांव में रहने वाले करीब दो दर्जन से ज्यादा मजदूर अपने घर के लिए पलायन करते हुए दिखाई दिए है। एक मजदूर ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ काफी समय से नोएडा में रह रहे है। उनकी जवानी नोएडा में ही कटी है। वह दादरी मंडी में काम करते है। जिससे वो अपने परिवार का पालन पोषण करते है। लेकिन कोरोना काल के दौरान सरकार ने लाॅकडाउन लगा दिया है। जिसकी वजह से वह नोएडा में रहते हुए रोजी रोटी नहीं कमा पा रहे है। इसलिए अब वह अपने परिवार के साथ वापस अपने गांव मध्यप्रदेश जा रहे है।

रोजी-रोटी तक नहीं कमा पा रहे मजदूर, सारे रास्ते बंद
नोएडा के सेक्टर-37 में स्थित प्रवासी मजदूर अपने घर के लिए रवाना होते दिखाई दिए। जब उनसे पूछा कि यह कहां जा रहे हैं तो मजदूरों ने बताया कि वह वापस अपने घर जा रहे हैं। उनका अब नोएडा में रहने का कोई फायदा नहीं है। एक मजदूर ने बताया कि वह करीब 5 सालों ने नोएडा के बाजारों में ठेली लगाकर अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे थे। लेकिन अब नोएडा में उनकी रोटी रोटी नहीं चल सकती है। हालत लगातार खराब होती जा रही है। सारे रूपए खत्म होते जा रहे है। ऐसे समय में उनके पास वापस घर जाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं है।

नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन बना मजबूरी
प्रवासी मजदूरों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के दौरान सरकार ने वीकेंड लॉकडाउन लगा दिया है। इसके अलावा रोजाना रात के 8:00 बजे के बाद वह मजदूरी भी नहीं कर सकते हैं। वह नोएडा में सब्जी मंडी में सब्जियां लगाने का काम करते थे। वह बाजारों में सामान बचते थे। लेकिन नाइट कर्फ्यू लगने से उनके रोजगार पर काफी गहरा असर पड़ रहा है। हालत हो गई है कि वह नोएडा में रहते हुए भी अपनी रोजी-रोटी नहीं चला पा रहे हैं। जिसकी वजह से हालत लगातार खराब होती जा रही है।

 

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