किडनी ट्रांसप्लांट कराने के नाम पर लाखों की ठगी, इंतजार करते-करते मरीज की गई जान, आरोपी डॉक्टर एजेंट संग फरार

नोएडा : किडनी ट्रांसप्लांट कराने के नाम पर लाखों की ठगी, इंतजार करते-करते मरीज की गई जान, आरोपी डॉक्टर एजेंट संग फरार

किडनी ट्रांसप्लांट कराने के नाम पर लाखों की ठगी, इंतजार करते-करते मरीज की गई जान, आरोपी डॉक्टर एजेंट संग फरार

Google Image | किडनी ट्रांसप्लांट कराने के नाम पर लाखों की ठगी

गौतमबुद्ध नगर में किडनी ट्रांसप्लांट कराने के फर्जी रैकेट से जुड़ी शिकायतें नियमित अंतराल पर आती रहती हैं। ताजा मामला नोएडा के सेक्टर-20 थाना क्षेत्र का है। किडनी ट्रांसप्लांट कराने के नाम पर एक मरीज के भाई से 8 लाख रुपए की ठगी की घटना सामने आई है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक डॉक्टर सहित दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। आरोपी फरार हैं और उनकी तलाश की जा रही है। नोएडा के अपर पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) रणविजय सिंह ने मंगलवार को बताया कि थाना सेक्टर-20 में अहमद खान ने इस संबंध में एक रिपोर्ट दर्ज कराई है।

डॉक्टरों ने किडनी ट्रांसप्लांट के लिए कहा
उन्होंने शिकायत के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि साल 2019 में अहमद खान के भाई शफीक अहमद (52 वर्ष) की किडनी (गुर्दा) खराब हो गई थी। शफीक का उपचार गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में चल रहा था। डॉक्टरों ने उसके स्वास्थ्य का परीक्षण करने के बाद मरीज के परिजनों से किडनी ट्रांसप्लांट की बात कही। उन्होंने बताया कि उसके बाद शफीक के परिजनों ने उन्हें एम्स में भर्ती कराया। एम्स के डॉक्टरों ने भी किडनी ट्रांसप्लांट कराने के लिए कहा।

दलाल ने डॉक्टर से संपर्क कराया
अपर उपायुक्त ने बताया कि अहमद खान किडनी ट्रांसप्लांट के लिए लोगों से से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान वह अपने पड़ोस में रहने वाले अब्दुल गफ्फार नाम के व्यक्ति के संपर्क में आए। अब्दुल ने उनसे कहा कि नोएडा के सेक्टर-19 में रहने वाले दिल्ली के एक बड़े सरकारी अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टर बुलंद अख्तर किडनी का इंतजाम करा देंगे। इसके बाद आमिर खान, अब्दुल गफ्फार के साथ नोएडा के सेक्टर 19 में रहने वाले डॉक्टर बुलंद अख्तर से मिले। अख्तर ने उनसे किडनी का इंतजाम करने के लिये 10 लाख रुपए की व्यवस्था करने को कहा।

8 लाख रुपये में तय हुआ सौदा
मोलभाव के बाद सौदा 8 लाख रुपए में तय हुआ। उन्होंने बताया कि अहमद खान ने नगद तथा बैंक एकाउंट के माध्यम से अब्दुल गफ्फार तथा डॉक्टर बुलंद अख्तर को 8 लाख रुपए दिये। मगर दोनों ने किडनी की व्यवस्था नहीं करवाई। इसी साल 15 जनवरी को अहमद खान के भाई शफीक अहमद की मौत हो गई। इसके बाद आमिर खान ने दोनों आरोपियों से रुपये की मांग की। दोनों ने रकम नहीं लौटाई। पीड़ित का आरोप है कि ये लोग अवैध रूप से किडनी ट्रांसप्लांट कराने के नाम पर लोगों से ठगी कर रहे हैं। 
पहले भी हुए हैं खुलासे
रणविजय सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए एक स्पेशल टीम बनाई गई है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। बताते चलें कि इससे पहले भी नोएडा में अवैध रूप से किडनी ट्रांसप्लांट के कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं। हाल ही में थाना फेज-3 पुलिस ने बांग्लादेश से लोगों को भारत में लाकर अवैध रूप से किडनी ट्रांसप्लांट कराने का खुलासा किया था। इस मामले में बांग्लादेश तथा बिहार के कुछ लोग गिरफ्तार हुए थे। पुलिस की टीमें फरार डॉक्टर और मध्यस्थ की तलाश में जुटी हैं।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.