Noida : श्रीकांत त्यागी मामले में गाजियाबाद के लोनी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर का एक पत्र काफी तेजी से वायरल हो रहा हैं। यह पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजा गया है। जिसमें गौतम बुद्ध नगर में चल रहे त्यागी प्रकरण को लेकर नंदकिशोर गुर्जर ने अपनी बात रखी है। इसी विषय पर बुधवार को नोएडा मीडिया क्लब में नंदकिशोर गुर्जर ने प्रेस वार्ता की।
"मेरा फिलहाल उनसे कोई ताल्लुक नहीं"
नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि उनका पत्र गोपनीय था, जिसे किसी ने वायरल कर दिया है। यह वायरल किसने किया है यह जांच का विषय है। मेरे पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि मैं गौतम बुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा के पक्ष में बोल रहा हूं। लेकिन वास्तव में मेरा फिलहाल उनसे कोई ताल्लुक नहीं है, ना मेरी उनसे कोई इस विषय को लेकर बात हुई है।
"त्यागी मामले को लेकर भाजपा को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है"
नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि जिले में 2 जातियों को लड़ाने का काम किया जा रहा है। श्रीकांत त्यागी मामले में जो महापंचायत जो गेझा गांव में हुई है, वह षड्यंत्र का हिस्सा है। महापंचायत में भीड़ किसने बुलाई व्यवस्था किसने करी है। यह जानकारी मुझे स्थानीय पुलिस के एक आला अधिकारी ने दी है। त्यागी मामले को लेकर भाजपा को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। इस प्रकरण की जांच होनी चाहिए। जो भी आरोपी पाया जाए उसके ऊपर कठोर कार्रवाई की जाए।
कुछ दिन पहले नंदकिशोर गुर्जर ने किया था पत्र जारी
अपने लेटर पैड पर लिखे इस पत्र में नंद किशोर गुर्जर ने कहा है, 'गौतम बुद्ध जनपद में पिछले दिनों एक व्यक्ति द्वारा ओमेक्स सोसाइटी में एक महिला को अपमानित एवं वैश्य समाज के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया गया है जिसकी वीडियो एवं ऑडियो लगातार चैनलों में और सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। मामला संज्ञान में आने पर व्यक्ति एवं अन्य उनके समर्थन में पहुंचे लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।'
स्थानीय नेता और अधिकारी शामिल
पत्र में आगे लिखा है, 'माननीय मुख्यमंत्री जी ने स्वयं इस विषय को गंभीरता से लिया और इस प्रकरण में नियमानुसार कार्यवाही करने को कहा था मगर कुछ स्थानीय नेता जनपद के ही एक बड़े अधिकारी के कहने पर जो स्थानीय सांसद डॉ महेश शर्मा के विरोध करने वाले हैं उन्होंने षड्यंत्र के तहत जिला प्रशासन के लिए आंखों की किरकिरी बन चुके डॉ महेश शर्मा और भाजपा को निशाना बनाने लगे और ब्राह्मण समाज के लिए भी अभद्र टिप्पणी करने लगे।'