जेवर एयरपोर्ट को मिलेगी नई कनेक्टिविटी, रियल्टी मार्केट को देगा बूम

New Noida Expressway : जेवर एयरपोर्ट को मिलेगी नई कनेक्टिविटी, रियल्टी मार्केट को देगा बूम

जेवर एयरपोर्ट को मिलेगी नई कनेक्टिविटी, रियल्टी मार्केट को देगा बूम

Tricity Today | Symbolic

Noida News : नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के जैसा एक और नया न्यू नोएडा एक्सप्रेसवे बनाने की तैयारी तेज हो गई है। सेक्टर-94 से सेक्टर-150 होते हुए नोएडा इंटरनेशनल एयरपाेर्ट तक जाने वाले इस एक्सप्रेसवे के बनने से जहां नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों का दबाव कम होगा, वहीं रियल एस्टेट मार्केट में भी तेजी आएगी। साथ ही यमुना पुश्ता और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के बीच में आने वाले सेक्टरों में भी प्रापर्टी की कीमतों में उछाल आएगा। रियल्टी मार्केट से जुड़े लोग इस एक्सप्रेसवे को निवेश का नया तरीका भी करार दे रहे हैं।

ग्रुप हाउिसंग और आइटी यूनिट की भरमार 
प्रतावित न्यू नोएडा एक्सप्रेसवे और वर्तमान में संचालित नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के बीच में के हिस्से में काफी संख्या में आवासीय सेक्टरों के संस्थागत और ग्रुप हाउिसंग के भूखंड हैं। इसके अलावा आइटी पार्क के रूप में कई मल्टीनेशनल कंपनियों के कार्यालय भी जल्द ही आने वाले हैं। ऐसे में जहां इन लोगों को बेहतर कनेक्टिवटी मिलेगी, वहीं आने वाले समय में यहां की प्रापर्टी की कीमतें भी तेजी से बढ़ेंगी। सेक्टर 150 और सेक्टर 94 के साथ बेहतर कनेक्टिविटी से रूट में प्रापर्टी की मांग पर असर पड़ने की संभावना है। वहीं न्यू नोएडा एक्सप्रेसवे के बनने से सेक्टर 128, 135, 151 से लेकर सेक्टर 168 को भी बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।  सेक्टर-150 और सेक्टर-151 में ऐस ग्रुप, एटीएस, टाटा हाउसिंग व तमाम दूसरे बिल्डरों की हाउसिंग सोसायटी डिवेलप हो रही हैं। जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक जाने वाले इस एक्सप्रेसवे से जेवर तक की प्रापर्टी की मांग भी बढ़ेगी।

नोएडा, एनएचएआई, रिट्स और सिंचाई विभाग मिलकर करेगा कार्य 
न्यू नोएडा एक्सप्रेसवे एक ऐसा रूट होगा, जिससे एयरपोर्ट और नोएडा व ग्रेटर नोएडा के साथ दिल्ली को भी आसानी से जोड़ा जाएगा। इस एक्सप्रेसवे को बनाने का उद्देश्य वर्तमान में संचालित किए जा रहे नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों का दबाव कम करने के साथ नई कनेक्टिवटी उपलब्ध कराना है। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण, एनएचएआइ, रिट्स लिमिटेड और उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए एक साथ कार्य करेंगे।

32 मिलोमीटर लंबा होगा न्यू नोएडा एक्सप्रेसवे 
इस एक्सप्रेसवे के के बनने के बाद जेवर में शुरू होने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से आने-जाने वाले ट्रैफिक को नया मार्ग देना है। 32 किमी लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के समानांतर यमुना पुश्ते के साथ-साथ किया जाएगा। नोएडा और दिल्ली के बार्डर के पास सेक्टर 94 से नोएडा में सेक्टर 150 तक वर्तमान में मार्ग बना है, लेकिन उसकी खराब होलते को देखते हुए पुश्ते के समानांतर नया एक्सप्रेसवे बनाने का निर्णय लिया गया है। नया एक्सप्रेसवे मौजूदा एक्सप्रेसवे के बाईपास के रूप में कार्य करते हुए दिल्ली और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के यात्रियों को नया रूट उपलब्ध कराएगा।

एनएचएआई को मना रहा प्राधिकरण 
न्यू नोएडा एक्सप्रेसवे के निर्माण में करीब चार हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा। अगर एनएचएआई द्वारा इसे नेशनल हाइवे का दर्जा दे दिया जाता है, तो निर्माण लागत एनएचएआई द्वारा वहन की जाएगी। इसलिए नोएडा प्राधिकरण बार-बार एनएचएआई के अधिकारियों को पत्र लिखकर उन्हें मनाने का प्रयास कर कर रहा है। प्राधिकरण का कहना है कि न्यू नोएडा एक्सप्रेसवे के लिए जमीन की उपलब्धता कराई जा रही है। इस जमीन की कीमत भी कराेड़ों रुपये में है। ऐसे में करीब चार हजार रुपये खर्च कर न्यू नोएडा एक्सप्रेसवे बनाना अभी प्राधिकरण के लिए संभव नहीं है। नोएडा, दिल्ली, ग्रेटर नोएडा और जेवर एयरपोर्ट को नई कनेक्टिविटी देने के लिए एनएचएआई को इसके लिए आगे आना होगा। हालांकि बातचीत और पत्राचार के बाद एनएचएआई के अधिकारी प्राधिकरण अधिकारियों के साथ संयुक्त सर्वे को तैयार हो गए हैं, जिससे इस एक्सप्रेसवे के बनने की किरण नजर आने लगी है।

अन्य खबरे

Please Wait...!
Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.