Noida: इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (Institute of Management Studies-IMS) नोएडा ने पीजीडीएम 2021-23 बैच के छात्रों के लिए इंडक्शन का आयोजन किया। संस्थान द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन बतौर वक्ता बर्लिन स्कूल ऑफ बिजनेस एंड इनोवेशन यूके की हेड ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट स्टडीज कैथरीन बॉक्सल, बर्लिन स्कूल ऑफ बिजनेस की लेक्चरर अनास्तासिया किरित्सी के साथ इंडस्ट्री स्पीकर रिंकू भारद्वाज ने अपने विचार प्रकट किए।
बुधवार को 2021-23 बैच के छात्रों को संबोधित करते हुए डॉ. कुलनीत सूरी ने महामारी के दौरान लीडर की भूमिका की चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में एक लीडर को जन केन्द्रित नेतृत्व की भावना को ध्यान में रखकर काम करना चाहिए। हमें वर्तमान परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए सद्भाव की दृष्टि से आगे बढ़ने के लिए प्रयास करना चाहिए। डॉ. सूरी ने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी भविष्य में सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण रखते हुए एक लीडर के तौर पर सफलता की बुलंदी पर पहूंचे।
कैथरीन बॉक्सल ने महामारी के दौरान बदलते समय एवं कार्यक्षेत्र पर अपने विचार प्रकट किए। उन्होंने रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नैनोटेक्नोलॉजी जैसे रोजगार के नए क्षेत्रों की चर्चा की। अनास्तासिया किरित्सी ने पेशेवर जीवन में महामारी के प्रतिकूल प्रभाव की चर्चा की। उन्होंने कहा कि एक लीडर को इन कठिन परिस्थिति में भी अच्छा काम करके और समावेशिता दिखाते हुए अपनी टीम को अलग-अलग तरीकों से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
रिंकू भारद्वाज ने वुका सीखने के कौशल के महत्व को साझा किया। उन्होंने दृष्टि, संचार, अनुकूलनशीलता, नवाचार जैसे कौशल के बारे में बात की, जो एक लीडर को अपनी टीम का नेतृत्व करते समय दिखाना चाहिए। आज के कार्यक्रम के दौरान पीजीडीएम के विभागाध्यक्ष डॉ. पूजा सहगल ने छात्रों के साथ एक सफल लीडर बनने के लिए आवश्यक कौशलों की विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम के दौरान आईएमएस की निदेशिका डॉ. कुलनीत सूरी के साथ शिक्षक एवं छात्रों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।