नए साल से शहर में गंगाजल की आपूर्ति बढ़ेगी, गाजियाबाद के भी इन हिस्सों को मिलेगा

नोएडा के लिए खुशखबरी : नए साल से शहर में गंगाजल की आपूर्ति बढ़ेगी, गाजियाबाद के भी इन हिस्सों को मिलेगा

नए साल से शहर में गंगाजल की आपूर्ति बढ़ेगी, गाजियाबाद के भी इन हिस्सों को मिलेगा

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Noida News : नोएडा शहर के आवासीय इलाकों के लिए अच्छी खबर है। शहर में शुद्ध पेयजल मुहैया करवाने के लिए गंगाजल की आपूर्ति बढ़ने वाली है। गाजियाबाद के नोएडा से सटे इलाकों को भी यह लाभ मिलेगा। दरअसल, सिद्धार्थ विहार और नोएडा में 50 क्यूसेक गंगाजल की आपूर्ति बढ़ाने के लिए नया ट्रीटमेंट प्लांट बन रहा है। इस प्रोजेक्ट की बाधा दूर हो गई है। एक व्यक्ति की प्राइवेट प्रॉपर्टी पाइप लाइन के रस्ते में बाधा बन रही थी। उत्तर प्रदेश जल निगम और जमीन मालिक के बीच सहमति बन गई है। जल निगम के अफसरों ने बताया कि नए साल की शुरुआत में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट गंगाजल की आपूर्ति शुरू कर देगा।

सिद्धार्थ विहार में बन रहा 50 क्यूसेक का गंगाजल प्लांट
सिद्धार्थ विहार में उत्तर प्रदेश जल निगम 50 क्यूसेक क्षमता का गंगाजल प्लांट बना जा रहा है। इसके निर्माण पर 304 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में नोएडा अथॉरिटी और आवास विकास परिषद की गाजियाबाद शाखा साझेदार हैं। इस प्लांट से 37.5 क्यूसेक गंगाजल नोएडा के आवासीय इलाकों में जाएगा। बाकी 12.5 क्यूसेक पानी की आपूर्ति आवास विकास परिषद की सिद्धार्थ विहार कॉलोनी में की जाएगी। जल निगम के अधिकारियों ने यूपी विधानसभा चुनाव से पहले इस प्लांट का निर्माण पूरा करने का वादा किया था। लेकिन अभी तक प्लांट का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है।

अब 15 जनवरी के बाद मशीनों का ट्रायल शुरू होगा
जल निगम से मिली जानकारी के मुताबिक अब इस प्लांट का निर्माण जल्दी पूरा हो जाएगा। मशीनें लगा ली गई हैं। 15 जनवरी के बाद मशीनों का ट्रायल शुरू होगा। जल निगम के अधीक्षण अभियंता वाईपी शर्मा का कहना है, "इस प्लांट का निर्माण पूरा हो गया है। गंगाजल आपूर्ति में सबसे बड़ी बाधा नोएडा और गाजियाबाद के बीच डाली गई पाइप लाइन को जोड़ने में आ रही थी। रस्ते में एक प्राइवेट प्लॉट है। उसके नीचे से पाइप लाइन डाली जानी है लेकिन प्लॉट मालिक ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी। यह मामला अब सुलझ गया है। नोएडा अथॉरिटी प्लॉट की कीमत मालिक को चुकाएगी। इसके बाद पूरी पाइप लाइन बिछाने का काम भी पूरा करेंगे।"

गंगनहर से सिद्धार्थ विहार 20 किमी पाइप लाइन 
सिद्धार्थ विहार में 50 क्यूसेक गंगाजल प्लांट का निर्माण वर्ष 2018 में शुरू हुआ था। गाजियाबाद में मसूरी के पास गंगनहर से सिद्धार्थ विहार तक बिना शोधित गंगाजल प्लांट तक लाने के लिए 1500 एमएम व्यास की 20 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन डाली गई है। एनएच-9 का निर्माण पूरा होने से पहले यह काम पूरा कर लिया गया था। इसके बाद प्लांट का निर्माण पूरा किया गया है।

सिद्धार्थ विहार में पानी का संकट दूर हो जाएगा
यह गंगाजल प्लांट चालू होने के बाद सिद्धार्थ विहार में आवास विकास परिषद की कॉलोनी में पेयजल संकट दूर होगा। यहां करीब एक लाख आबादी रह रही है। गाजियाबाद नगर निगम यहां पानी की आपूर्ति नहीं करता है। आवास विकास परिषद फिलहाल नलकूप लगाकर पानी की आपूर्ति कर रहा है। आने वाले समय में यहां आबादी और बढ़ेगी। गंगाजल आपूर्ति शुरू होने से पानी का संकट नहीं होगा।

अभी विजय नगर के लोगों गंगाजल नहीं मिलेगा
विजय नगर क्षेत्र में तीन गंगाजल प्लांट बनकर तैयार हो गए हैं। सबसे पहले 50 क्यूसेक क्षमता का एक प्लांट बनाया गया। उससे 30 क्यूसेक गंगाजल नोएडा को मिल रहा है। बाकी 20 क्यूसेक गंगाजल गाजियाबाद नगर निगम के वैशाली, वसुंधरा और कौशांबी आवासीय क्षेत्रों में दिया जा रहा है। दूसरा प्लांट 100 क्यूसेक का बनाया गया। नोएडा अथॉरिटी, नगर निगम और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की कॉलोनियों की हिस्सेदारी है। इस प्लांट से भी विजय नगर जोन को गंगाजल की आपूर्ति नहीं मिली। विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव और नगर निगम के चुनावों में गंगाजल आपूर्ति बड़ा मुद्दा बनता है। इसके बावजूद अभी विजय नगर में रहने वाले लोगों को गंगाजल आपूर्ति नहीं मिलेगी।

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