Noida News : सेक्टर-96 में निर्माणाधीन नोएडा प्राधिकरण के नए भवन को लेकर फिर बनाने की कवायद शुरू हो गई है। पिछले कुछ सालों से बंद काम को अब फिर से शुरू किया जाएगा। इस काम को कराने के लिए प्राधिकरण ने करीब 36 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया है। भवन में कई खंभों और अन्य स्थानों पर मरम्मत की जरूरत है। इसको लेकर सोमवार को नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर में रेट्रो फिटिंग के काम को करने वाली एजेंसियों ने बैठक की। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। उम्मीद है कि सितंबर से काम शुरू हो जाएगा।
सीईओ ने कराई थी जांच
नोएडा प्राधिकरण के नए दफ्तर की इमारत का काम वर्ष 2014 से चल रहा है। वर्ष 2023 से पहले तीन-चार साल तक इसका काम बंद पड़ा रहा था। पिछले साल नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ लोकेश एम के निरीक्षण के दौरान यह इमारत कमजोर मिली थी। इस पर आईआईटी ने जांच कराई गई थी। जांच में करीब 200 पिलर कमजोर मिले थे। सैंपल रिपोर्ट के आधार पर पूरी इमारत के इन कॉलम को चिह्नित कर मजबूती बढ़ाने का एस्टिमेट नोएडा प्राधिकरण ने तैयार कराया है।
ब्लैकलिस्ट हो चुकी कंपनी से होगी भरपाई
नोएडा प्राधिकरण ने एस्टीमेट का परीक्षण आईआईटी से कराने के बाद काम के लिए टेंडर जारी कर दिया है। इस पर करीब 36 करोड़ रुपए का खर्चा आएगा। इसकी भरपाई ब्लैकलिस्ट हो चुकी एजेंसी की सिक्यॉरिटी मनी से की जाएगी। अब यह कंपनी प्राधिकरण से जुड़े किसी भी निर्माण काम में तीन साल तक हिस्सा नहीं ले सकेगी। फिलहाल प्रोजेक्ट पर काम रुका पड़ा है।
प्राधिकरण में कराया परीक्षण
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि मजबूती दो तरह से दी जानी है। फाइबर लगाकर दीवारों और कॉलम को दी जाएगी। दूसरा तरीका सीट लगाकर इन कॉलम की मजबूती बढ़ाई जाएगी। इस काम को रेट्रो फिटिंग कहा जाता है। इस काम के लिए एक्सपर्ट एजेंसियां भी कम हैं। प्राधिकरण ने पूरा परीक्षण आआईटी और अपने कंसल्टेंट से करवाया है। गौरतलब है कि लापरवाही बरतने पर पहले इसका निर्माण कर रही एजेंसी को नोएडा प्राधिकरण ने ब्लैकलिस्ट कर दिया था।