Noida News : शहर के सेक्टर-151ए में प्रस्तावित हेलीपोर्ट से जुड़ी बड़ी खबर है। हेलीपोर्ट की फाइनेंशियल बिड को इस हफ्ते शासन स्तर से मंजूरी मिल सकती है। अधिकारियों का कहना है कि हरी झंडी मिलने के बाद इस साल के अंत तक निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इस हेलीपोर्ट को बनाने के लिए कंपनी रिफ्लेक्स एयरपोर्ट एंड ट्रांसपोर्टेशन प्राइवेट लिमिटेड का चयन किया गया है। यह परियोजना बड़ी है, इसलिए शासन से मंजूरी लेना जरूरी है। इस परियोजना पर 43 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। हेलीपोर्ट को पीपीपी मॉडल पर नोएडा प्राधिकरण बनवाएगा।
प्रोजेक्ट गति देने पर चर्चा
नोएडा प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि फाइनेंशियल बिड को खोलने के लिए बुधवार को शासन स्तर पर बैठक होगी। इसमें अथॉरिटी के अफसर हिस्सा लेंगे। बैठक में प्रोजेक्ट गति देने के लिए चर्चा की जाएगी। प्राधिकरण अधिकारियों का कहना है कि अगर बुधवार को शासन स्तर पर फाइनेंशियल बिड को मंजूरी मिल जाती है तो अगले तीन-चार महीने में काम शुरू करा दिया जाएगा। गौरतलब है कि इसी सेक्टर में नोएडा प्राधिकरण गोल्फ कोर्स का निर्माण करवा रहा है। यह आठ-दस महीने में बनकर तैयार हो जाएगा।
दोनों एयरपोर्ट को जोड़ेगा हेलीपोर्ट
इस परियोजना का उद्देश्य नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में वाणिज्यिक हेलीकॉप्टर कनेक्टिविटी स्थापित करना है। हवाई मुसाफिरों की सुविधा के लिए इस हेलीपोर्ट को नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट और दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा। सैलानी यहां से मथुरा, आगरा, जयपुर और देहरादून के लिए उड़ानें ले सकेंगे। 12 नवंबर को अथॉरिटी के बोर्ड ने हेलीपोर्ट प्रोजेक्ट के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल को मंजूरी दी थी।
इन शहरों से इतनी होगी दूरी
विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के अनुसार हेलीपोर्ट ग्रेटर नोएडा से 10 किलोमीटर दूर, नई दिल्ली हवाई अड्डे से 50 किलोमीटर और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 47 किलोमीटर की दूरी पर बनेगा। यमुना एक्सप्रेसवे से दूरी 7 किलोमीटर, नोएडा शहर से 17, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर होगा। यह हेलीपोर्ट नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो लाइन के सेक्टर-147 स्टेशन से केवल 3 किलोमीटर दूर है।