Tricity Today | नारी प्रगति सोशल फाउंडेशन ने मनाया स्वतंत्रता दिवस
Noida News : एनपीएसएफ के बच्चों और टीम ने 15 अगस्त से एक दिन पहले स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया। इस विशेष अवसर पर बच्चों ने अपनी देशभक्ति का जश्न मनाने के साथ-साथ नृत्य प्रस्तुत किया। महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण का संदेश देने वाला प्रेरणादायक नाटक भी प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों के रंगारंग नृत्य से हुई, जिसमें उन्होंने देशभक्ति के विभिन्न पहलुओं को सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया। इसके बाद एक नाटक के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण और सम्मान के महत्व को दर्शाया गया, जो सभी दर्शकों के लिए प्रेरणादायक था।
बच्चों का बढ़ाया हौसला
'पुकार' की राष्ट्रीय प्रमुख प्रतिमा तिवारी ने शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया। उनके इस प्रयास ने बच्चों में शिक्षा के प्रति और भी अधिक प्रोत्साहन उत्पन्न किया। साथ में उन्हें अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रेरित किया। 'विद्याधारा' की राष्ट्रीय प्रमुख नीरू भान के नेतृत्व में शिक्षकों को उनके समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए सम्मानित किया गया। इन शिक्षकों का योगदान बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इन नारी शक्ति का विशेष योगदान
कार्यक्रम के समापन पर संस्थापक मीनाक्षी त्यागी और निदेशक वनीता भट्ट ने विशेष रूप से धन्यवाद के साथ सम्मान के पात्रों की घोषणा की। नीरू भान को शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए, अर्चना गुप्ता को महिलाओं के उत्थान के लिए, प्रतिमा तिवारी को जरूरतमंदों की सहायता के लिए, मीनाक्षी गर्ग को बच्चों के उज्जवल भविष्य के निर्माण के लिए और अल्का वर्मा को एनपीएसएफ की मुहिम को समाज के हर कोने तक पहुंचाने के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया गया।
बच्चों के लिए रक्षाबंधन की तैयारी शुरू
इस अवसर पर एनपीएसएफ टीम ने स्वतंत्रता दिवस के संकल्प के साथ कहा कि वे मिलकर जरूरतमंद बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेंगे। इसके अलावा महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे और देश के लिए अच्छे नागरिक तैयार करेंगे। कार्यक्रम के अंत में मीनाक्षी गर्ग ने घोषणा की कि रक्षाबंधन के पर्व पर बच्चों को एनपीएसएफ की वर्दी प्रदान की जाएगी, जिससे उनमें समानता और आत्मविश्वास का भाव जागृत हो सके। समारोह का समापन बच्चों की सुंदर प्रस्तुतियों के लिए प्रशंसा के साथ हुआ, जिससे स्वतंत्रता दिवस का यह उत्सव और भी मधुर और अविस्मरणीय बन गया।