आज भी कोठी से आती है रोने की आवाज, शाम ढलते ही छा जाता है मातम

नोएडा का निठारी कांड : आज भी कोठी से आती है रोने की आवाज, शाम ढलते ही छा जाता है मातम

आज भी कोठी से आती है रोने की आवाज, शाम ढलते ही छा जाता है मातम

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Noida News : नोएडा के निठारी गांव में 2006 में हुई घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। घटना के 18 साल बाद भी निठारी गांव का नाम सुनते ही लोग सहम जाते हैं। इस कांड के बाद से आरोपी पंधेर की कोठी भूतिया कोठी कहलाने लगी। आसपास रहने वाले लोग शाम ढलते ही इस कोठी के आसपास से गुजरने में गुरेज करते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि इस कोठी से बच्चों के रोने की आवाज आती है। 2006 से आज तक इस कोठी में ताला लगा हुआ है। शाम ढलते ही कोठी के आसपास मातम पसर जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कोठी बेहद डरावनी है। 

पंधेर की कोठी नहीं भूतिया कोठी से मशहूर 
स्थानीय लोगों ने बताया कि 2006 से पहले इस कोठी में और इसके आसपास काफी रौनक रहती थी। हर हफ्ते या दो हफ्ते में इस कोठी में पार्टी भी होती थी। पंधेर का नौकर सुरेंद्र कोली ही सारा इंतजाम करता था। पंधेर और कोली को देखकर कभी नहीं लगा कि दोनों इस तरह की वारदात भी करते होंगे। लेकिन 2006 में यह सब बदल गया। दोनों आरोपियों का असली चेहरा देखकर सभी सहम गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद से कोठी बंद है। अब इसे पंधेर की कोठी नहीं डरावनी या भूतिया कोठी कहा जाता है। वह अपने बच्चों को भी वहां नहीं जाने देते। 

कोठी से आती है रोने की आवाज 
स्थानीय लोगों का कहना है कि कोई भी इस कोठी में जाने की हिम्मत नहीं करता है। इस कोठी से कभी-कभी रोने की आवाज भी आती है। जिसे कई लोगों ने सुना है। वह अपने बच्चों को भी इस खूनी कोठी के बारे में बताते हैं। जिससे की बच्चे इस कोठी या उसके आसपास नहीं जाएं। लोगों का कहना है कि समय के साथ सब बदल जाता है। 2006 के बाद निठारी में बहुत कुछ बदल है। लेकिन अगर नहीं बदला है तो वह है कोठी के आसपास का इलाका। इस इलाके में आज भी मातम पसरा है। 

निठारी कांड में 13 पुलिसकर्मियों पर हुई थी कार्रवाई
पहले शिकायत पर सुनवाई नहीं करने पर तत्कालीन एसएसपी पीयूष मोडिया, एसपी सिटी सौमेत्र यादव, सीओ दिनेश यादव और विनोद पांडेय समेत 13 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। घटना के पर्दाफाश के समय एसएसपी आरकेएस राठौर ने चार्ज संभाल लिया था। हालांकि जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी उन्हें बाद में बहाल कर दिया गया था।

क्या है निठारी कांड?
नोएडा के सेक्टर 31 की कोठी नंबर डी-5 में रहने वाले मोनिंदर सिंह पंधेर पर साल 2005 से 2006 तक बच्चों की हत्या का आरोप था। इस मामले का खुलासा पायल नाम की लड़की की हत्या की जांच से हुआ था। इससे पहले पंढेर और उसके नौकर कोली पर 31 बच्चों की हत्या का आरोप था, लेकिन जांच में पता चला कि 19 लोगों की हत्या की गई, उनका यौन शोषण किया गया और सबूत नष्ट किए गए। इनमें 10 लड़कियां भी शामिल थीं। लेकिन उनमें से कुछ के डीएनए सैंपल मेल नहीं खाए और कुछ मामलों में आरोपी बरी हो गए।

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