Noida News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नोएडा दौरे के दौरान शहर वासियों को पर्थला फ्लाईओवर का तोहफा दिया है। इस फ्लाईओवर के खुलने के बाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट लाखों वाहनों को पर्थला पर लगने वाले जाम से छुटकारा मिल गया है। अब वाहन चालक फ्लाईओवर पर फर्राटा भर रहे हैं। यह पर्थला फ्लाईओवर अगले 15 दिन इंजीनियरों की निगरानी में रहेगा। इसके लिए निर्माण एजेंसी की टीम लगी हुई है। इंजीनियर ट्रैफिक वाहनों का दबाव बढ़ने के साथ ही केबल से लेकर स्ट्रक्चर, रोड इंजीनियरिंग समेत अन्य तथ्यों पर नजर रख रहे हैं। दो दिन की टेस्टिंग में फ्लाईओवर सभी मानकों पर खरा उतरा है। फ्लाईओवर के आगे भी 4 साल तक देखरेख का जिम्मा निर्माण एजेंसी का ही होगा।
शहर का पहला सिग्नेचर ब्रिज
पृथला गोलचक्कर पर केबल सस्पेंशन ब्रिज बनाया गया है। यह देखने में बेहद खूबसूरत है। इस ब्रिज तक पहुंचने के लिए ग्रेटर नोएडा की तरफ 207 मीटर लंबा रैंप बनाया गया है। नोएडा की तरह रैंप की लंबाई 287 मीटर है। इसमें 220 गर्डर और तीन पिलर हैं। बीच का हिस्सा 28 केबल (तार) पर टंगा हुआ है। फ्लाईओवर की लंबाई 600 मीटर और इस पर 6 लेन सड़क है। इस ब्रिज से वाहन चालकों के सफर के समय में 30 से 45 मिनट की बचत होगी।
दिसंबर 2020 में शुरू हुआ था काम
इस ब्रिज का काम दिसंबर 2020 में शुरू हुआ था। इसके बाद से कई समय सीमाएं खत्म हो गई। वैसे इसका निर्माण जून 2022 में पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन वह सीमा भी पूरी हो गई। कुछ हफ्तों पहले ही पृथला ब्रिज का निर्माण पूरा हुआ है। इसको रविवार को उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने उद्घाटन किया है।
इन सेक्टर के लोगों को होगा सबसे ज्यादा फायदा
पृथला गोलचक्कर पर सिग्नेचर ब्रिज की तर्ज पर बन रहे फ्लाईओवर के बनने से सेक्टर 51, 52, 61, 70, 71, 72, 73, 74, 75, 76, 77, 78, 79, 121, 122 और किसान चौक की ओर से आने-जाने वालों का सफर आसान हो जाएगा। इसी के साथ दिल्ली से गाजियाबाद और हापुड़ की ओर से आने-जाने वालों का सफर आसान हो जाएगा। दिल्ली से गाजियाबाद और हापुड़ की ओर से आने-जाने वाले लोगों को भी राहत मिलेगी। इस ब्रिज के शुरू हो जाने से वाहन चालकों को जाम में फसना नहीं पड़ेगा। जिससे उनकी समय की बचत होगी और सफर भी बेहद आसान हो जाएगा।