Noida News : कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी के जेल से बाहर आते ही नोएडा पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है। पुलिस की उसके हर कदम पर नजर रख रही है। सूत्रों से पता चला है कि नोएडा पुलिस की एक टीम सुंदर भाटी के दिल्ली आवास के आसपास निगरानी रख रही है। साथ ही नोएडा-ग्रेटर नोएडा में रहने वाले सुंदर भाटी के सहयोगियों पर भी पुलिस की नजर है।
घर में की करीबियों से मुलाकात
इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद नोएडा पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी पर निगरानी बढ़ा दी है। जमानत मिलने के बाद वह वाराणसी से अपने दिल्ली स्थित घर पहुंच गया है। पुलिस उसके दिल्ली के मयूर विहार और पांडव नगर स्थित घरों के आसपास कड़ी नजर रख रही है। सुंदर भाटी की बेटी की अगले महीने शादी है। जेल से छूटने के बाद सुंदर भाटी अपनी बेटी की शादी की तैयारियों में जुट गया है। बताया जा रहा है कि उसने अपने घर पर करीबियों से मुलाकात भी की है। पुलिस अब इन करीबियों की कुंडली खंगालने में जुट गई।
हत्या समेत करीब 60 आपराधिक मामले दर्ज
बता दें कि सुंदर भाटी पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नरेश भाटी, स्क्रैप माफिया रवि काना के बड़े भाई हरेंद्र नागर और उसके सरकारी गनर भूदेव शर्मा की हत्या समेत करीब 60 आपराधिक मामले दर्ज हैं। हरेंद्र नागर की हत्या में गौतमबुद्ध नगर कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। हाईकोर्ट ने हाल ही में सुंदर भाटी को जमानत दी है। सुंदर भाटी पर हत्या, लूट, अवैध वसूली, जानलेवा हमला, रंगदारी जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।
भाटी से कुछ बड़ा काम कराने की तैयारी!
गैंगस्टर सुंदर भाटी को उम्रकैद की सजा मिली थी। लेकिन एकाएक हाईकोर्ट से जमानत पर उसे रिहा कर दिया गया। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि आखिर सुंदर भाटी जेल से बाहर क्यों निकाला गया है। चर्चा तो यहां तक है कि बेटी की शादी के बहाने सुंदर भाटी को कुछ बड़ा काम कराने के लिए जेल से बाहर निकाला गया है। लेकिन ये बड़ा काम कौन सा है इसका पता नहीं चल पाया है।
रवि काना हो सकता है निशाना
सुंदर भाटी के जेल से बाहर आने के बाद जिले में रेत खनन, परिवहन, जलापूर्ति, स्क्रैप और लोहे की छड़ के कारोबार, जमीन की खरीद-फरोख्त पर कब्जे की जंग एक बार फिर छिड़ सकती है। माना जा रहा है कि जेल में बंद रविंद्र नागर उर्फ रवि काना सुंदर भाटी के निशाने पर आ सकता है। रवि काना सपा नेता हरेंद्र नागर का भाई है। वह हरेंद्र नागर हत्याकांड में मुख्य गवाह है। रवि काना के जेल जाने के बाद सुंदर भाटी की नजर करोड़ों के स्क्रैप कारोबार पर हो सकती है।
90 के दशक में शुरू किया गैंग
नरेश भाटी और सुंदर भाटी 90 के दशक में साथ काम करते थे। किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। दोनों ने गैंग बनाकर अलग हो गए। इसके बाद दोनों पक्षों के कई लोगों ने एक-दूसरे पर हमला किया। सुंदर भाटी के भाई प्रताप पटवारी की हत्या नरेश भाटी गैंग ने की थी। जबकि नरेश भाटी की हत्या में सुंदर भाटी का नाम सामने आया था। सुंदर भाटी के गैंग में कई कुख्यात अपराधी शामिल हो गए। दोनों गैंगस्टर गौतमबुद्ध नगर में लंबे समय तक अपने-अपने इलाकों में राज करते रहे। सुंदर भाटी ने जेल में रहते हुए अपने कई दुश्मनों की हत्या करवाई थी।