गार्ड की हत्या के डेढ़ महीने बाद हुआ सनसनीखेज खुलासा, पूर्व सीआरपीएफ कर्मी ने दिया था वारदात को अंजाम

NOIDA BEAKING: गार्ड की हत्या के डेढ़ महीने बाद हुआ सनसनीखेज खुलासा, पूर्व सीआरपीएफ कर्मी ने दिया था वारदात को अंजाम

गार्ड की हत्या के डेढ़ महीने बाद हुआ सनसनीखेज खुलासा, पूर्व सीआरपीएफ कर्मी ने दिया था वारदात को अंजाम

Tricity Today | आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

नोएडा के सेक्टर-20 थाना पुलिस ने बीते फरवरी माह में ब्रिक्स (कैश सोलूशन) नामक कम्पनी में गार्ड की हत्या करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त अवैध रिवाल्वर 32 बोर, 3 जिंदा कारतूस भी बरामद किया है। 

जांच में सामने आया है कि आरोपी सीआरपीएफ में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट नौकरी से त्यागपत्र दे चुका है। जिसके बाद इसने इस ब्रिक्स कंपनी में बतौर रीजनल सिक्युरिटी मैनेजर के पद पर तैनात हुआ था। लाॅकडाउन के दौरान कंपनी ने छटनी के दौरान आरोपी को नौकरी से निकाल दिया था। जिसके बाद आरोपी ने कंपनी को सबक सिखाने के लिए कंपनी में 9 फरवरी को चारी की वारदात को अंजाम देने के लिए घूसा था। लेकिन इस दौरान कंपनी में मौजूद गाॅर्ड ने आरोपी को देख लिया, जिसके बाद आरोपी ने गाॅर्ड की हत्या कर दी।

नोएडा के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि अरुण गहलोत निवासी नजफगढ़ दिल्ली नोएडा के सेक्टर 20 थाना क्षेत्र में स्थित ब्रिक्स नामक कैश सॉल्यूशन कंपनी में बतौर रीजनल सिक्योरिटी मैनेजर के पद पर कार्यरत था। पिछले साल लाॅकडाउन के दौरान कंपनी ने कुछ कर्मचारियों की छटनी की थी। इस दौरान अरुण गहलोत को भी कंपनी ने बाहर निकाल दिया था।

अरुण गहलोत का मानना था कि उसके चलते कंपनी में बहुत फायदा हुआ है। उसने कंपनी को बहुत आर्थिक लाभ पहुंचाया है। ऐसे में कंपनी द्वारा उसको निकालकर अच्छा नहीं किया है। इसलिए कंपनी को सबक सिखाने के लिए उसने योजना बनाई। उसके कंपनी मे घूसकर चोरी करने की कोशिश की। लेकिन इस दौरान उसको कंपनी में तैनात एक सुरक्षाकर्मी उत्तम ने देख लिया। उसको डर था कि वो अब कंपनी के मालिक को यह बात बता देगा और वो पकड़ा जायेगा। इसलिए उसने कंपनी में तैनात सुरक्षाकर्मी उत्तम की गोली मारकर हत्या कर दी।

रणविजय सिंह ने बताया कि इस मामले का खुलासा करने के लिए काफी टीमें गठित की गई। जांच के दौरान और सीसीटीवी के आधार पर पता चला कि कंपनी का ही पूर्व कर्मचारी अरुण गहलोत ने ही घटना को अंजाम दिया है, जिसके बाद पुलिस ने रविवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। 

गिरफ्तार अरुण गहलोत बीते साल 2003 में सीआरपीएफ मे बतौर सब इंस्पैक्टर भर्ती हुआ और साल 2014 में बतौर असिस्टेंट कमांडेट त्यागपत्र दे दिया था। फिर विभिन्न कम्पनियों में बतौर सुरक्षा हैड के तौर पर काम किया। इसके बाद साल 2018 में ब्रिक्स कैश सोलुशन प्रोवाइडर कम्पनी मे बतौर रीजनल सिक्योरिटी मैनेजर सितम्बर 2020 तक काम किया।

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