Coronavirus in Noida : गौतमबुद्ध नगर के कोविड-19 अस्पतालों में बिस्तरों को लेकर मची मारामारी और ऑक्सीजन क्राइसिस (Oxygen Crisis) के बीच बड़ा खुलासा हुआ है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की जांच में सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिले के प्राइवेट कोविड-19 अस्पतालों ने गलत ढंग से लोगों को भर्ती किया। जिन लोगों को अस्पतालों में भर्ती करने की जरूरत भी नहीं थी, उन्हें पैसा कमाने के लिए बेड एलॉट किए गए। जांच-पड़ताल में ऐसे करीब 200 मामले सामने आए हैं। गुरुवार की शाम डीएम सुहास एलवाई ने ऐसे 200 बेड खाली करवाए हैं। डीएम की ओर से जानकारी दी गई है कि शुक्रवार को इन अस्पतालों के खिलाफ बड़ा लीगल एक्शन होगा।
गौतमबुद्ध नगर के जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि कोरोना को लेकर जिला मजिस्ट्रेट सुहास एलवाई ने गुरुवार की शाम ऑनलाइन बैठक की है। जिसमें बड़े निर्णय लिए गए हैं। जिन प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को बिना आवश्यकता के आधार पर बेड उपलब्ध कराए गए हैं, उनके विरुद्ध कल बड़ी कार्रवाई की जाएगी। जनपद में बढ़ते हुए कोरोना के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी ने सभी प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक की है। सभी अधिकारियों को स्पष्ट कहा गया है कि महामारी के इस दौर में सभी प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सरकार व शासन की मंशा के अनुरूप कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करें। कोरोना से पीड़ित मरीजों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाएं।
सीएमओ ने अस्पतालों का मौके पर दौरा किया
जिला सूचना अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दीपक अहोरी व उनकी टीम के अधिकारियों ने कई अस्पतालों का गहन स्थल निरीक्षण किया। जहां पर उनकी टीम के अधिकारियों ने पाया कि विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में बिना आवश्यकता के आधार पर मरीजों को बेड उपलब्ध कराए गए हैं। जबकि उनको अस्पताल में रहने की कोई आवश्यकता नहीं है। वहीं, दूसरी ओर ऑक्सीजन को लेकर तथ्यहीन खबरें अस्पतालों ने सोशल मीडिया के माध्यम से जारी की हैं। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने इस प्रकरण को बहुत ही गंभीरता के साथ लिया है। उन्होंने ऑनलाइन बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आज स्थल निरीक्षण की लिखित रिपोर्ट तैयार करके दें। रिपोर्ट के आधार पर दोषी अस्पतालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि निरंतर उनकी टीम के अधिकारी प्राइवेट अस्पतालों का लगाता निरीक्षण करें। जिन अस्पतालों ने आपदा के इस समय में बाधा पहुंचाई है, उनके विरुद्ध सख्त एक्शन लें।
प्राइवेट अस्पतालों में 200 बेड खाली करवाए
डीएम ने कहा कि सभी जनपद वासियों को कोरोना महामारी के दौरान सरकार की मंशा के अनुरूप इलाज संभव कराया जाएगा। ज्ञातव्य हो कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आज किए गए गहन स्थल निरीक्षण के दौरान विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों से 200 से अधिक बेड खाली कराने की कार्रवाई सुनिश्चित की गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्यवाही जनपद में निरंतर स्तर पर जारी रहेगी। यदि कोई भी व्यक्ति ऑक्सीजन की ब्लैक मार्केटिंग करते हुए पाया गया तो उसके विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया जाएगा। इसी प्रकार प्राइवेट अस्पतालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही सुनिश्चित होगी।