Noida : सेक्टर-93ए में स्थित ट्विन टावर ध्वस्तीकरण की गाथा लेजर लाइट के माध्यम से दिखाई गई। लेजर लाइट शो के माध्यम से दिखाया गया कि इस तरीके से यहां के निवासियों ने भ्रष्टाचार की इमारत को तोड़ने के लिए लड़ाई लड़ी है। करीब 10 साल की गाथा लेजर लाइट के माध्यम से दिखाई गई। निवासियों ने इस दिन को विजय दिवस के रुप में मनाया है। इतना ही नहीं हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के 12 वकीलों को भी सम्मानित किया गया है। जिन्होंने भ्रष्टाचार की इमारत यानी कि ट्विन टावर ध्वस्तीकरण में भूमिका निभाई है।
सोसाइटी ने पूरे देश में एक नया इतिहास रचा
एमरॉल्ड कोर्ट सोसाइटी के आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष उदयभान सिंह तेवतिया ने जानकारी देने हुए बताया कि 19 अक्तूबर को सोसाइटी में विजय दिवस का आयोजन किया गया और इस कार्यक्रम में जहां लेजर लाइट शो के माध्यम से ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण, उनके निर्माण और संघर्ष की गाथा को बताया गया है। इसमें बताया गया कि कैसे सोसाइटी ने पूरे देश में एक नया इतिहास रचा है और यह पहली बार हुआ जब देश में इतने बड़े टावरों को इतनी बड़ी कार्ययोजना के साथ ध्वस्त किया गया।
28 अगस्त को ध्वस्त हुए थे ट्विन टावर
आपको बता दें कि बीते 28 अगस्त की दोपहर 2:30 बजे ट्विन टावर को विस्फोटक के माध्यम से ध्वस्त किया गया था। सुपरटेक ट्विन टावर को भ्रष्टाचार की इमारत भी कहा जाता है। ट्विन टावर टूटने के बाद लोगों की मांग है कि जिनके संरक्षण में ट्विन टावर बनाए गए थे, उनके खिलाफ भी जल्द से जल्द कार्रवाई हो। इसमें 26 अधिकारी के नाम सामने आ रहे हैं। जिनमें नोएडा प्राधिकरण के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोहिंदर सिंह भी हैं।